सहरसा : शिक्षा व शिक्षकों की दिशा व दशा विषय पर शनिवार को रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित जिला प्राथमिक शिक्षक संघ परिसर में संघीय पदाधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी. गीता वर्मा की अध्यक्षता व नित्यानंद झा के संचालन में चले कार्यशाला को संबोधित करते संघ के प्रधान सचिव नुनूमणि सिंह ने संघ के स्थापना के उद्देश्यों की चर्चा करते कहा कि प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक विकास, नामांकन में सुधार, रोजगारोन्मुखी शिक्षा, सद्भाव, निरक्षरता मिटाना प्रमुख कार्य है.
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के सेवा शर्त व व्यावसायिक दक्षता में सुधार, राष्ट्र निर्माण में सहयोग , शिक्षेकतर कार्य जैसे एमडीएम, भवन निर्माण, सीआरसीसी, बीआरसीसी से शिक्षकों को अलग कर ही शिक्षा पद्धति में सुधार लाया जा सकता है. वरीय उपाध्यक्ष गीता वर्मा ने संगठन के स्वरूप, एजुकेशन इंटरनेशनल से जिला संघ तक शिक्षिकाओं की भागीदारी का विेषण किया. कार्यशाला को संबोधित करते उपाध्यक्ष शिव कुमार झा ने संगठन की मजबूती, आजादी की लड़ाई व जेपी आंदोलन में शिक्षा व शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डालते संघ का सदस्य बनने की अपील की. अरुण कुमार झा ने असंगठित शिक्षकों की दुर्दशा पर चर्चा करते संगठन की आवश्यकता बतायी.
उन्होंने कहा कि संघ के संघर्ष से ही शिक्षकों का वेतन, पेंशन सहित अन्य सुविधाएं मिल रही है. उप प्रधान सचिव किशोरी साह ने शिक्षक प्रतिनिधियों के अधिकार व कर्तव्य पर चर्चा की. सचिव मिथिलेश कुमार सिंह ने संगठन की सदस्यता अभियान व उसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला. कार्यालय सचिव रंजन कुमार सिंह ने पोषाहार व शिक्षा पर विचार व्यक्त करते इस कार्य से मुक्त कराने की मांग की. कार्यशाला में प्रीतलाल यादव, मो सुल्तान अहमद, सत्यवान कुमार, सुखदेव मंडल, शिवेंद्र नारायण सिंह, सियाराम सिंह, संगीता कुमारी, सुनील कुमार सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे.