पटना : पटना जिले में क्वारेंटिन सेंटरों की संख्या 107 हो चुकी है. इसमें 10202 प्रवासी श्रमिक रह रहे हैं. 14 दिनों के क्वारेंटिन की अवधि पूरा करने वाले श्रमिकों को घर जाने की भी इजाजत दी जा रही है. इसके साथ ही इन तमाम श्रमिकों में से 2941 का चयन रोजगार के लिए किया गया है. हालांकि चयन की प्रक्रिया अभी लगातार चलती रहेगी. इन सभी के गुण के आधार पर रोजगार देने के लिए सूची बनायी जा रही है. इसके साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट पर भी जानकारी डाली जायेगी.
खास बात यह है कि इन सभी श्रमिकों को प्राथमिकता के आधार पर मनरेगा, जल-जीवन-हरियाली, नल-जल योजना, कंस्ट्रक्शन आदि से जोड़ कर रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. सरकार की यह भी योजना है कि इनमें ट्रेंड श्रमिक को लोन भी दिया जायेगा, ताकि वे अपना खुद का रोजगार शुरू कर सकें. क्वारेंटिन सेंटर पर 14 दिन और होम क्वारेंटिन में सात दिन पूरा करने के बाद मिलेगा काम श्रमिकों को क्वारेंटिन सेंटर पर 14 दिन रहना होगा. इसके साथ ही उन्हें फिर से अपने घर में सात दिनों के लिए क्वारेंटिन रहना होगा. इनके क्वारेंटिन की अवधि जब समाप्त हो जायेगी, तो इनकी जांच करायी जायेगी. इसके बाद रोजगार से जोड़ दिया जायेगा. उपविकास आयुक्त रिची पांडेय ने बताया कि क्वारेंटिन सेंटरों में श्रमिकों के सर्वेक्षण का काम किया जा रहा है. इस काम के पूरा हो जाने के बाद उन्हें राेजगार से जाेड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी.