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गोल्डन आवर में होगा घायलों का इलाज, बिहार में अब हर सात किलो मीटर पर बनेगा ट्रामा सेंटर

Golden Hour: परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा विषय को बच्चों की पढ़ाई में जोड़ने पर भी काम हो रहा है, ताकि बच्चे बचपन में सीखी हुई बातों को जिंदगी भर याद रखें और सड़क सुरक्षा का हर पल पालन करें.

Golden Hour: पटना. बिहार में हर पांच से सात किलोमीटर पर ट्रामा सेंटर रहेगा, जहां लोगों का इलाज गोल्डन आवर में हो सकेगा. राज्य के सभी सरकारी-निजी अस्पताल दुर्घटना में घायल पहुंचे लोगों का पहले इलाज करें, उसके बाद घायल के परिवार तक जानकारी पहुंचाएं. राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर सभी एनएच और एसएच पर ट्रामा सेंटर खोलने के लिए काम कर रही है. ये बातें सोमवार को अधिवेशन भवन में आयोजित सड़क सुरक्षा अभियान कार्यक्रम में परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहीं. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा से जुड़े अधिकारी और आम लोग भी इंसानियत को प्राथमिकता देंगे, तो सड़क पर होने वाली मौत का आंकड़ा खुद ही कम हो जायेगा. मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा विषय को बच्चों की पढ़ाई में जोड़ने पर भी काम हो रहा है, ताकि बच्चे बचपन में सीखी हुई बातों को जिंदगी भर याद रखें और सड़क सुरक्षा का हर पल पालन करें.

गांव के सभी चौक-चौराहों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि अब राज्य में सड़कें बेहतर हुई हैं, तो गाड़ियों की रफ्तार भी बढ़ी हैं. विभाग सभी शहरों में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कैमरा लगा रही है. जल्द ही, पंचायत स्तर पर भी सभी चौक-चौराहों पर कैमरे लगाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि तकनीकी सहायता से चालान काटा जा रहा है. परिवहन, वाणिज्य कर विभाग और यातायात विभाग मिल कर एक नयी तकनीक विकसित कर रहे हैं. इसकी लांचिंग के बाद एक जगह भी यातायात नियमों का उल्लंघन होगा, तो उसका मैसेज सभी जगहों पर पहुंचेगा और तुरंत जुर्माना ऑनलाइन लगाया जायेगा. इससे डेटा संग्रह करने में भी आसानी होगी.

हत्या से अधिक दुर्घटनाओं में हो रही मौत

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि एक साल में औसतन 2500 हत्याएं होती हैं, वहीं सड्क दुर्घटना में नौ हजार लोगों की मौत होती है. इनमें मरने वालों की औसत उम्र्र 15 से 37 साल तक है. इस तरह देखा जाए तो हत्या से अधिक दुर्घटनाओं में मौत हो रही हैं. इस आंकड़े को कम करने के लिए रोड सेफ्टी के तहत अभी और काम करने की जरूरत है. परिवहन सचिव ने कहा कि एक अप्रैल के बाद वैसे सभी वाहन चालकों को नोटिस भेजा जायेगा, जिनका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होगा. मौके पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष यूसी मिश्रा, अपर पुलिस महानिदेशक यातायात सुधांशु कुमार एवं राज्य परिवहन आयुक्त नवीन कुमार सहित सभी डीटीओ, एडीटीओ , एमवीआइ मौजूद थे.

अधिकारी हुए सम्मानित

सड़क दुर्घटना पीड़ित व उनके आश्रितों को मुआवजा देने में बेहतर कार्य करने के लिए वैशाली जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा और डीएम, बक्सर अंशुल अग्रवाल तथा शेरघाटी के एसडीओ सारा अशरफ को सम्मानित किया गया. वहीं सड़क सुरक्षा एवं यातायात के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए एसपी, अरवल डॉ इनामुलहक, एसपी, वैशाली श्री ललित मोहन शर्मा एवं जहानाबाद एसपी श्री अरविंद प्रताप सिंह को सम्मानित किया गया.

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Ashish Jha
Ashish Jha
डिजिटल पत्रकारिता के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव. लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ सीखने की कोशिश. वर्तमान में पटना में कार्यरत. बिहार की सामाजिक-राजनीतिक नब्ज को टटोलने के लिए प्रयासरत. देश-विदेश की घटनाओं और किस्से-कहानियों में विशेष रुचि. डिजिटल मीडिया के नए ट्रेंड्स, टूल्स और नैरेटिव स्टाइल्स को सीखने की चाहत.

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