संवाददाता, पटना जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को राजद से पूछा है कि लालू-राबड़ी राज में कितनों को आरक्षण दिया गया है? ऐसा कोई चुनाव नहीं होता है जब राजद के नेता आरक्षण पर हल्ला नहीं मचाते हैं. वास्तविकता में इनसे बड़ा आरक्षण विरोधी दल कोई और नहीं है. इनके 15 वर्षों के राज में न तो जातियों की किसी प्रकार की गणना हुई, न ही इन्होंने पहले से चले आ रहे आरक्षण में कोई बढ़ोतरी की. साथ ही किसी खास वर्ग को अपनी तरफ से आरक्षण भी नहीं दिया. यहां तक कि इनके राज में जमीन के बदले सरकारी नौकरियां देने के चलन की वजह से आम लोगों को पहले से चले आ रहे आरक्षण का लाभ भी ढंग से नहीं मिला. हकीकत में इनके लिए आरक्षण हमेशा से केवल जनता को बहकाने और उनके वोटों की खेती करने का औजार भर रहा है. उन्होंने कहा कि आरक्षण पर लंबी-लंबी हांकने वाले राजद के नेताओं यह जान लेना चाहिए बिहार में सिर्फ कर्पूरी ठाकुर और नीतीश कुमार ही ऐसे राजनेता हुए हैं जिन्होंने समाज के हर वर्ग को आरक्षण का लाभ दिया.
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