पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि जदयू के लिए हाल तक काम कर चुके प्रशांत किशोर व उनकी सर्वे कंपनी को राजद में नहीं लिया जायेगा.
उनके इस बयान के बाद प्रशांत की सियासी राह अब दस सर्कुलर रोड से पूरी तरह अलग हो गयी है. हालांकि, तेजस्वी के इस बयान से उनके बड़े भाई व पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को झटका लगा है, जिन्होंने प्रशांत के समर्थन में बयान जारी किया था. दिल्ली के चुनाव परिणामों पर चर्चा के दाैरान पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा कि भाजपा की हार से राजद खुश है.
संविधान के साथ खिलवाड़ करने वाली पार्टी की हार से लोकतंत्र मजबूत हुआ है. ऐसा ही सबक बिहार की जनता भी सिखायेगी. झारखंड में बाबूलाल मरांडी की पार्टी का भाजपा में फिर विलय तेजस्वी ने कहा कि ये लोकतांत्रिक अधिकार है, कि वे किस दल के साथ रहें, किसके साथ नहीं. हालांकि, राज्य में उनका सियासी कुनबा बचा ही नहीं है.