पटना :उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहाहै कि बिहार विधानसभा की पांच और लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान से चार दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने फिर यह निश्चय दोहराया कि अगले साल 2020 का विधानसभा चुनाव भी एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा. इस वक्तव्य से उन लोगों का मास्टरप्लान फेल हो गया, जो भाजपा-जदयू गठबंधन में फूट डालकर सत्ता पाने की फिराक में लगे थे. उपचुनाव के दौरान भाजपा, जदयू और लोजपा ने साझा प्रचार अभियान चलाकर जनता के बीच अच्छी तरह साबित किया कि यह गठबंधन अटूट है.
सुशील मोदी ने साथ ही कहा कि बिहार में उपचुनाव उस समय हो रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन में धारा 370 को समाप्त करने जैसे कई बड़े फैसले हुए और बिहार सरकार के हरियाली मिशन से लेकर आपदा प्रबंधन तक के काम लोगों के सामने आये. दूसरी तरफ वे लोग हैं, जो कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने की नापाक कोशिश में पाकिस्तान का साथ देने वाले बयान दे रहे हैं. जो लोग कोसी की बाढ़, चमकी बुखार और जल जमाव के समय जनता के नेटवर्क एरिया से बाहर दिल्ली में अज्ञातवास कर रहे थे, वे अब किस मुंह से वोट मांगने के लिए घूम रहे हैं?