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जानलेवा गर्मी में इलाज को तड़पते रहे मरीज, हड़ताल से सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा रही ठप

पटना : प्रदेश में लू, चमकी बुखार व इंसेफेलाइटिस से हाहाकार मचा है. इस संकट की स्थिति में हालात और विकट हो गये, जब सोमवार को डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की 24 घंटे की हड़ताल के आह्वान पर राजधानी के डॉक्टर हड़ताल पर चले गये. इससे पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, […]

पटना : प्रदेश में लू, चमकी बुखार व इंसेफेलाइटिस से हाहाकार मचा है. इस संकट की स्थिति में हालात और विकट हो गये, जब सोमवार को डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की 24 घंटे की हड़ताल के आह्वान पर राजधानी के डॉक्टर हड़ताल पर चले गये.
इससे पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच के साथ-साथ गर्दनीबाग, राजवंशी नगर, गार्डिनर, और प्राइवेट अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा ठप हो गयी. पीएमसीएच में विभिन्न जिलों से आये सैकड़ों मरीज डॉक्टर का इंतजार करते रहे.
लेकिन, डॉक्टर नहीं पहुंचे. जो पहुंचे भी उन्होंने इलाज नहीं किया. इस दौरान मरीज व परिजनों ने हंगामा भी किया. वहीं, आइजीआइएमएस में ओपीडी के गेट में ही ताला लगा दिया गया. मरीजों को बाहर ही भटकना पड़ा. वहीं, डॉक्टरों ने भी प्रदर्शन किया. आलम यह था कि इस गर्मी में अस्पताल में इलाज के लिए मरीज तड़पते रहे.
18 ऑपरेशन टले, 1400 से अधिक काे नहीं मिला इलाज : शिशु विभाग, मेडिसिन विभाग, यूरोलॉजी विभाग, स्त्री व प्रसूति विभाग आदि में 2500 से अधिक मरीजों के पर्ची काटे गये. लेकिन, इसमें सिर्फ 1116 मरीजों का ही इलाज किया जा सका. 1400 मरीजों को इलाज से वंचित रहना पड़ा.
वहीं पीएमसीएच के गेस्ट्रो व हड्डी सहित अन्य विभागों में 20 मरीजों का ऑपरेशन होना था. लेकिन, सिर्फ दो मरीजों का ही ऑपरेशन हो सका. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि हड़ताल का आंशिक असर पड़ा है. इमरजेंसी सेवा में कोई परेशानी नहीं हुई है.
आइजीआइएमएस 2900 मरीज नहीं करा सके अपना इलाज
सोमवार को करीब 3000 मरीज ओपीडी पहुंचे थे. इनमें से गंभीर 100 मरीजों का इमरजेंसी वार्ड में इलाज किया गया है. ऐसे में 2900 बिना इलाज कराए ही लौट गये.
हड़ताली डॉक्टर ओपीडी भवन के गेट में ताला लगा कर फैकल्टी डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव डॉ प्रेम प्रकाश के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे. गेट बंद होने की वजह से ओपीडी में दिखाने पहुंचे मरीज बिल्डिंग के बाहर ही भटकते रहे. अस्पताल के एमएस डॉ मनीष मंडल ने बताया कि ओपीडी सेवा ठप रही. लेकिन, वार्ड, इमरजेंसी, ओटी सहित अन्य सेवाएं बहाल थी.
भटकते रहे परिजन : डॉक्टरों की हड़ताल से सरकारी व प्राइवेट अस्पताल की चिकित्सीय सेवा बाधित रही. इसका सबसे ज्यादा असर पीएमसीएच, आइजीआइएमएस व पीएसी में देखने को मिला. पीएमसीएच में स्थिति यह थी कि मरीज को लेकर परिजन परिसर में इधर-से-उधर भटकते रहे.
पंजीयन करा पहुंचे विभाग में, निराश लौटे मरीज
एनएमसीएच 1500 मरीज लौटे
पटना सिटी : हड़ताल के कारण नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के शिशु रोग विभाग, मेडिसिन विभाग, सर्जरी, गायनी, नेत्र व इनएटी समेत अन्य विभागों में चल रही ओपीडी सेवा बाधित रही. सोमवार को लगभग 1800 से अधिक नये पुराने मरीज ने पंजीयन कराया था.
इसमें 1450 नये मरीज व 355 पुराने मरीज थे. इनमें से सुबह एक घंटे की ओपीडी में महज 305 मरीजों का ही इलाज हो पाया. हड़ताल से डेढ़ दर्जन से अधिक मरीजों का ऑपरेशन टाला गया. अस्पताल के अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर का कहना है कि सुबह में ओपीडी सेवा चली है, पर ऑपरेशन प्रभावित हुआ है.
गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल
पटना सिटी : जिला अस्पताल का दर्जा पाये श्री गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल (जीजीएस) में भी कामकाज बाधित रहा. पंजीयन काउंटर खुले होने के बाद भी मरीजों का पंजीयन नहीं हो सका. हालांकि अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों का उपचार किया गया. इधर चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से कामकाज ठप पड़ने की स्थिति में उपचार कराने पहुंचे मरीजों को भी निराश लौटना पड़ा. अस्पताल के मेडिसिन, हड्डी व गायनी समेत अन्य विभागों में ओपीडी सेवा नहीं चली.
एम्स ठप रहा ओपीडी
फुलवारीशरीफ. एम्स में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी. एम्स अस्पताल अधीक्षक डाॅ सीएम सिंह ने कहा कि ओपीडी मे किसी डाॅक्टर ने मरीज को नहीं देखा. केवल इमरजेंसी और आइसीयू में हर दिन की तरह आज भी बहाल रही. सभी ऑपरेशन भी हुए.
महावीर कैंसर संस्थान
महावीर कैंसर संस्थान के चिकित्सक भी हड़ताल पर चले गये. संस्थान के अधीक्षक डाॅ एलबी सिंह ने बताया कि आकस्मिक सेवा को छोड़ कर अस्पताल की सभी चिकित्सकीय सेवा स्थगित रही. वहीं, इंडियन एसोसिएशन ऑफ कॉर्डियोथोरासिस सर्जन भी हड़ताल के समर्थन में उतर गये. राज्य के सभी कार्डियोथोरेसिक सर्जन ने सोमवार को काला बिल्ला लगाकर इमरजेंसी छोड़ स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार किया.
अनुमंडलीय अस्पताल
दानापुर : हड़ताल का असर अनुमंडलीय अस्पताल में देखा गया. सोमवार को सुबह से ही ओपीडी व स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहीं. इससे दूर-दराज से इलाज कराने आये मरीजों को तपती धूप में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. ओपीडी सेवा बाधित रहने से अधिकतर मरीज बिना उपचार कराये ही चले गये. अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में आये 80 मरीजों का उपचार किया गया.

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