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पटना : 70 हजार छात्रों का रिजल्ट रुका

पटना : मगध विश्वविद्यालय की ओर से 65 एफिलिएटेड कॉलेजों के स्नातक का रिजल्ट रोके जाने की वजह से करीब 70 हजार छात्रों का भविष्य अधर में फंस गया है. रिजल्ट नहीं आने के कारण इन छात्रों का न तो कहीं एडमिशन हो पा रहा है और न ही जॉब लग पा रहा है. उक्त […]

पटना : मगध विश्वविद्यालय की ओर से 65 एफिलिएटेड कॉलेजों के स्नातक का रिजल्ट रोके जाने की वजह से करीब 70 हजार छात्रों का भविष्य अधर में फंस गया है.
रिजल्ट नहीं आने के कारण इन छात्रों का न तो कहीं एडमिशन हो पा रहा है और न ही जॉब लग पा रहा है. उक्त कॉलेजों को एफिलिएशन देने वाले मगध विश्वविद्यालय का रिजल्ट रोक कर रखने के पीछे तर्क है कि वे नियम से बंधे हैं. एक समय विवि ने ही इन्हें मान्यता दी थी. तभी छात्रों का नामांकन हुआ था, पर आज छात्र रिजल्ट को लेकर भटक रहे हैं. विवि से जुड़े 82 एफिलिएटेड कॉलेजों में से 17 ने राज्य सरकार से संसूचित करा लिया है, जबकि 65 कॉलेजों का मामला अब तक लटका है.
सीनेट में भी उठ चुका है मामला
सीनेट सदस्य दीपक कुमार ने कहा कि सीनेट में भी यह मामला उठाया जा चुका है. शिक्षा मंत्री को भी पत्र लिख चुके हैं. विवि को यह सोचना चाहिए कि छात्रों की इसमें क्या गलती है कि उनका रिजल्ट को रोक कर रखा गया है. विवि को अगर कॉलेजों की मान्यता रद्द करनी है तो रद्द कर दें और एडमिशन लेने पर ही पाबंदी लगा दे. लेकिन, जब एडमिशन होता है, पढ़ाई होती है और परीक्षा तक ली जाती है तो रिजल्ट देने में दिक्कत क्यों है.
रिज्लट नहीं मिलने से न दाखिला मिल है और न कोई जॉब ही कर सकते हैं और न ही किसी प्रतियोगी परीक्षा में आवेदन कर सकते हैं. कई बार मुद्दा उठाने के बाद भी न सरकार और विवि मौन हैं. उन्होंने कहा कि अगर अप्रैल अंतिम सप्ताह में रिजल्ट नहीं जारी किया गया तो मई में छात्र बड़ा आंदोलन को बाध्य होंगे. इसके लिए विवि जिम्मेदार होगा.
मान्यता के बाद ही रिजल्ट
न्यायालय का आदेश सिर्फ परीक्षा लेने का था. इसलिए परीक्षा ली गयी, लेकिन रिजल्ट पर अब भी रोक है. कॉलेजों को सरकार से मान्यता लेनी है तभी रिजल्ट जारी किया जायेगा.
– आनंद कुमार, परीक्षा नियंत्रक, एमयू

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