पटना : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महासचिव तथा कटिहार संसदीय क्षेत्र से सांसद तारिक अनवर ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवायें अन्यथा राजग गठबंधन से बाहर आएं. राकांपा की राज्य कार्यकारिणी की आज संपन्न विस्तारित बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए तारिक अनवर ने ये बात कही.
राकांपासांसदतारिकअनवर ने आरोप लगाया कि यह विडंबना ही है कि जब सन 2000 में बिहार का विभाजन हुआ था और विभाजन के बाद एक नये राज्य झारखंड का उदय हुआ था उस समय भी बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र की राजग सरकार में मजबूत मंत्री थे. पर उस समय भी उन्होंने बिहार के विभाजन के उपरांत होने वाली क्षति पूर्ति के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया था. तारिक ने आरोप लगाया कि 2005 में जब नीतीश कुमार राजग की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री बने और केंद्र में जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो इन्होंने बिहार के विशेष राज्य के दर्जे को अपना राजनीतिक हथियार बनाया और लगातार बिहार के पिछड़ेपन को आधार बनाकर विशेष राज्य के दर्जे की मांग करते रहे.
तारिक अनवर ने कहा कि आज जब केंद्र तथा राज्य दोनों जगह राजग की सरकार है और नीतीश कुमार इसके अंग हैं तो राकांप उनसे मांग करती है कि विशेष राज्य के दर्जे को हासिल करें ताकि बिहार के विकास के मार्ग की बाधा को दूर हो सके.उन्होंने कहा कि साथ ही नीतीश जी को प्रधानमंत्री से बिहार के लिए उनके द्वारा घोषित 1.65 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की मांग भी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि विशेष राज्य का दर्जा नीतीश जी की प्रतिबद्धता है तो इन्हें चंद्रबाबू नायडू की तरह नैतिक बल का परिचय देते हुए ठोस निर्णय लेना चाहिए.
राकांपासांसद ने यह भी कहा कि अगर प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता है तो सभी जनप्रतिनिधि अपने पदों से इस्तीफा दें. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा एवं संघ परिवार की सांप्रदायिक गतिविधियों के कारण विगत कुछ महीनों में बिहार में सामाजिक समरसता एवं सौहार्द का वातावरण दूषित हुआ है. तारिक ने कहा कि भाजपा और संघ परिवार के लोग जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत पूरे राज्य में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश में लगे हैं, ताकि वह अपने वोट बैंक को पुख्ता कर सकें.

