मुजफ्फरपुर : जिले में किसान उत्पाद संगठन की शुरुआत बोचहां व मुशहरी से होगी. मुशहरी व बोचहा प्रखंडों के लिए लीची (हाॅर्टिकल्चर क्राॅप) व मकई/सब्जी पर प्रोड्यूस क्लस्टर बनाने की अनुशंसा मंगलवार नाबार्ड की बैठक की गयी. दोनों प्रखंडों में उपरोक्त प्रोड्यूस क्लस्टर पर एफपीओ बनाने की अनुशंसा राज्य स्तरीय अनुश्रवण समिति को भेजी जायेगी.
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में नाबार्ड के डीडीएम जूही प्रवासिनी के अलावा अन्य अधिकारी शामिल भी हुए. केंद्रीय योजनाओं की डीएलएमसी की पहली बैठक में दोनों योजनाओं के बारे में चर्चा की गयी. नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक जूही प्रवासिनी ने कहा कि इन महत्वपूर्ण योजनाओं से जहां जिले के कृषि एवं अनुषंगी क्षेत्र का विकास होगा, वहीं कई नयी कृषि आधारभूत संरचनाओं का भी सृजन व संवर्धन होगा. कृषकों की आय बढ़ाने में दोनोे योजनाएं मददगार साबित होंगी. बैंक कृषि आधारभूत संरचना के तहत आये आवेदनों (डीपीआर) को स्वीकृत कर लोन जल्द उपलब्ध कराने में सहयोग करें.
कृषि आधारभूत संरचना निधि (एआईएफ) के तहत दो करोड़ तक के ऋण सरकार के गारंटी के आधार पर कृषकों, पैक्स, एफपीओ एवं एग्रीटेक इंटरप्रेन्योर्स को स्वीकृत किया जायेगा. योजना अवधि 2020-21 से शुरू होकर अगले वित्तीय वर्षों के लिए है. यह टाॅपअप सुविधायुक्त योजना है. योजना अवधि के लिए राज्य को कुल 3980 करोड़ का बजट आवंटन किया गया है. बैठक में जिले के डीडीसी डाॅ सुनील कुमार झा, एसडीसी शहला मुस्तफा, एलडीएम जीडी शर्मा आदि मौजूद थे.
posted by ashish jha