-बुजुर्गाें के लिए अलग से ओपीडी व वार्ड की व्यवस्था भी अनिवार्य मुजफ्फरपुर. सदर अस्पताल में अब डॉक्टर व पारामेडिकल स्टाफ ड्रेस काेड में रहेंगे. यदि काेई भी डॉक्टर या स्टाफ ड्रेस काेड में नहीं पाए जाते हैं ताे उनपर कार्रवाई होगी. सिविल सर्जन डाॅ अजय कुमार ने यह आदेश जारी किया है. इस संबंध में सीएस ने अधीक्षक व उपाधीक्षक के साथ बैठक कर निर्णय लिया. सीएस ने कहा कि प्रत्येक सप्ताह में निरीक्षण कर रिपाेर्ट उन्हे दें. कहा कि बड़ी संख्या में सदर में मरीज आते हैं. ऐसे में काैन डॉक्टर है और काैन स्टाफ? इसका पहचान नहीं हाे पाती. इसकाे लेकर सभी काे ड्रेस काेड में रहने का निर्देश दिया गया है. सीएस ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है. सरकार की ओर से सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. इसके बावजूद भी यदि इलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं हाे पा रही ताे यह चिंतनीय है. अधीक्षक काे दिए निर्देश में कहा है कि जाे भी मरीज आते हैं, उनके बैठने के लिए समुचित व्यवस्था हाेनी चाहिए. पीने के पानी का भी इंतजाम हाेना चाहिए. साथ ही बुजुर्गाें के लिए अलग से ओपीडी व वार्ड की व्यवस्था अनिवार्य है. एइएस काे देखते हुए वार्ड में 24 घंटे सात दिन राेस्टर के अनुसार ड्यूटी पर डॉक्टर काे रहना है. कंट्राेल रूम भी 24 घंटे संचालित हाेना चाहिए, दवा, एंबुलेंस व अन्य जरूरी उपकरण की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध हाेनी चाहिए. वहीं इमरजेंसी और एमसीएच में भी डॉक्टरों की उपस्थिति और रेफर करने की प्रथा खत्म हाेनी चाहिए. सीएस ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इससे परे कार्य हाेता है ताे संबंधित पर कड़ी कार्रवाई करेंगे.
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