मुंगेर : शाहबुद्दीन रिहाई प्रकरण के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन द्वारा गुरुवार को शहीद स्मारक के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया. उसकी अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष लाल मोहन गुप्ता ने की. मुख्य अतिथि के रुप में मुंगेर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी प्रणव कुमार यादव मौजूद थे. वक्ताओं ने कहा कि बिहार के कुख्यात अपराधी तथा महागठबंधन के सिरमोर मो. शहाबुद्दीन की जमानत में बिहार सरकार का हाथ है. सरकार ने जानबूझ कर कोर्ट में कमजोर पक्ष रखा. जिसके कारण शहाबुद्दीन को जमानत पर रिहा किया गया. जनता ने जिस विश्वास के साथ नीतीश को सत्ता सौंपी थी.
वे उस पर खड़ा नहीं उतरे. उन्होंने जनता के साथ विश्वासघात किया है. वक्ताओं ने कहा कि लालू यादव के साथ सुशासन की बात महज एक कल्पना और दिवास्वप्न है. क्योंकि नीतीश कुमार उनके सामने नतमस्तक हो चुके है. नीतीश को जहां अपनी कुर्सी की चिंता है, वहीं लालु को अपना परिवार के सामने कुछ नहीं दिख रहा है.
नीतीश कुमार बिहार के सबसे कमजोर नेता है. आज तक वे अपने बलबूते कभी भी राजनीति नहीं किया. कभी भाजपा के चरणों में गिर कर तो कभी लालु के चरण पकड़ कर कुर्सी पर विराजमान होने का काम किया. शहाबुद्दीन की रिहाई उसी का परिणाम है. जो राजग की सरकार में जेल में बंद था आज वह महागठबंधन की सरकार में जेल से बाहर है. मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष कुमार प्रणय, लोजपा जिलाध्यक्ष राघवेंद्र भारती, लोजपा के प्रदेश नेता मिथिलेश कुमार सिंह, भाजपा के प्रणरंजन विकास, वेद प्रकाश, शंभु शरण सिंह, कृष्णा मंडल, मो. मोकिम, लोजपा नेता गणेश पासवान, प्रमोद पासवान सहित अन्य मौजूद थे.