मुंगेर : मुंगेर शहर में आवारा कुत्तों का आतंक काफी बढ़ गया है़ इस कारण रात तो रात दिन में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं. पिछले दो महीने में 360 लोग इन आवारा कुत्तों के शिकार हो चुके हैं. हाल यह है कि लोग अब सड़कों पर कुत्ते को देखते ही अपना रास्ता बदलने को विवश हो रहे हैं. इतना ही नहीं लोग अपने बच्चों को अकेले घर से बाहर खेलने के लिए जाने देने में भी परहेज कर रहे हैं. दूसरी ओर नगर निगम प्रबंधन इस मामले में मूकदर्शक बना है़
शहर में दिन-प्रतिदिन आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है़ आये दिन लोग शहर की सड़कों पर कुत्तों के शिकार हो रहे हैं. शहर की कई सड़कों पर तो कुत्तों का स्थायी डेरा सा बन गया है, जहां दर्जन भर कुत्ते राहगीरों पर टूटने के मौके के इंतजार में रहते हैं. हाल ही में शहर का एक दारोगा कोतवाली थाना के समीप आवारा कुत्ते का शिकार हो गये थे़ सदर अस्पताल से मिली रिपोर्ट के अनुसार, जून महीने में जहां 189 लोगों को आवारा कुत्ते ने अपना शिकार बनाया़
वहीं जुलाई महीने में 171 लोगों को कुत्ते ने घायल किया़ वह तो शुक्र है कि सदर अस्पताल में फिलहाल एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध है, जिसके कारण सूई के लिए घायलों को परेशान नहीं होना पड़ रहा है़ लेकिन आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने और उसे सड़कों से हटाने के मामले में नगर निगम उदासीन बना है. जबकि आवारा कुत्तों को हटाना निगम की जिम्मेदारी है.