पता चल जायेगा, पी है या नहीं…
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सावधान . ब्रेथ एनलाइजर मशीन से होगी शराबियों की पहचान, अब तुरंत
पता चल जायेगा, पी है या नहीं… शराब पीने वालों की अब खैर नहीं होगी. क्योंकि सरकार ने मुंगेर जिला को दो ब्रेथ एनलाइजर मशीन उपलब्ध कराया है. जिससे पियक्कड़ की जांच होगी और उसके शरीर में अल्कोहल की मात्रा की पता चल जायेगा. एक मशीन पुलिस विभाग एवं दूसरा उत्पाद विभाग को उपलब्ध कराया […]
शराब पीने वालों की अब खैर नहीं होगी. क्योंकि सरकार ने मुंगेर जिला को दो ब्रेथ एनलाइजर मशीन उपलब्ध कराया है. जिससे पियक्कड़ की जांच होगी और उसके शरीर में अल्कोहल की मात्रा की पता चल जायेगा. एक मशीन पुलिस विभाग एवं दूसरा उत्पाद विभाग को उपलब्ध कराया गया है.
मुंगेर : राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है और इसे सफल बनाने के लिए सरकार एड़ी-चोटी एक कर रही है. बावजूद चोरी छिपे शराब की बिक्री हो ही रही है और पीने वाले शराब की जुगाड़ कर ही लेते हैं. यह बात अलग है कि आम नहीं खास लोगों को उपलब्ध हो रही. साथ ही बेचने वाला पहचान वाले खरीदार को शराब उपलब्ध कराता है. शराबी भी पुलिस के सामने से निकल जाता है. पुलिस अगर पियक्कड़ को पकड़ती भी है तो वह कुछ भी बता कर निकल जाता है. क्योंकि पुलिस के पास ब्रेथ एनलाइजर मशीन नहीं थी. जिसके कारण प्रमाणिक रूप से पियक्कड़ों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. किंतु अब मशीन के माध्यम से शराबियों की पहचान की जायेगी.
शराबबंदी को ले सरकार की क्या है योजना
पूर्ण शराबबंदी को कारगर बनाने के लिए सरकार ने सभी जिलों में थाना स्तर पर ब्रेथ एनलाइजर मशीन उपलब्ध कराने की योजना बनायी है. ताकि शराबियों पर नकेल कसा जा सके. पहले किस्त में शहरी क्षेत्र के थानों को मशीन उपलब्ध कराना था. बाद में अन्य थानों में भी इसकी सुविधा बहाल करने की योजना बनायी गयी है.
मिला दो ब्रेथ एनलाइजर
जिले को दो ब्रेथ एनलाइजर मशीन उपलब्ध करायी गयी है. बताया जाता है कि मात्र एक मशीन पुलिस विभाग को उपलब्ध कराया गया है. जबकि दूसरा मशीन उत्पाद विभाग को दिया गया है.
कैसे काम करता है मशीन
ब्रेथ एनालाइजर एक ऐसा उपकरण है जिसके माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि संबंधित व्यक्ति के शरीर (रक्त ) में अलकोहल की मात्रा कितनी है. यह उक्त व्यक्ति के सांस के माध्यम से पता लगाया जाता है. यह भी देखा जाता है कि ब्रेथ एनालाइजर से जांच के वक्त संबंधित व्यक्ति कितनी मात्रा में शराब पी रखी है. हालांकि हर व्यक्ति के शरीर में अल्कोहल मौजूद रहता है. लेकिन शराब के रुप में लिये गये अलकोहल को ब्रेथ एनलाइजर के माध्यम से पकड़ा जा सकता है.
विदित हो कि 13 मई 1954 को रोबर्ट फ्रैंक कोरकैस्टिन ने रक्त में मौजूद अलकोहल की मात्रा की जांच के लिए इसे बनाया था. 1967 में ग्रेट ब्रिटेन में रोड सैक्टी एक्ट के लागू होने पर टॉम पोरिजोंस ने ब्रेथ एनलाइलर को पेश किया था. अब इसका उपयोग देश-दुनिया में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है.
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