मधुबनी.
आमलोगों से बिजली बिल जमा कराने में सख्त रवैया अपना रही बिजली विभाग सरकारी कार्यालयों व आवास पर बकाये बिजली बिल की राशि वसूलने में हांफ रहा है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी कार्यालयों व आवास पर 20 करोड़ से अधिक बिजली बिल बकाया है. कई बार स्मारित किये जाने के बाद भी विभिन्न विभागों के अधिकारी बकाया बिजली बिल जमा करने में रुचि नहीं ले रहे हैं. जिससे बिजली विभाग को राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल करने में परेशानी हो रही है. बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा है कि राजस्व संग्रह के लिए टीम बनाकर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि कई सरकारी विभाग ऐसा है जिस पर करोड़ों रुपये बिजली का बिल बकाया है. जिससे राजस्व की हानि हो रही है. कारण विभाग को राजस्व वसूली का लक्ष्य प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है.बिजली की खपत के अनुसार मिलता है राजस्व वसूली का लक्ष्य
कार्यपालक अभियंता ने कहा है कि बिजली की खपत के अनुसार विभाग को प्रत्येक महीने राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया जाता है. फिर भी सरकारी कार्यालयों के अधिकारी बिजली बिल जमा करने के प्रति गंभीर नहीं हैं. जिससे कई तरह की परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा है कि जनवरी से मार्च महीने तक पुराने बकायेदारों से राजस्व वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. यदि 15 मार्च तक बकाये बिजली बिल की राशि जमा नहीं करने पर लाइन काट दी जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है