मधेपुरा. भारत सरकार ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिया है. इसमें युवाओं की महती भूमिका है. उक्त बातें बीएनएमयू कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा ने कही. वे शनिवार को ऑनलाइन बैठक में अध्यक्ष के रूप में बोल रहे थे. बैठक का आयोजन ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मधेपुरा द्वारा युवा संसद जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया था. कुलपति ने बताया कि विकसित भारत अभियान के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मधेपुरा समेत तीन सौ जिलों में युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन होना है. हम सबों की यह जिम्मेदारी है कि हम इसमें अपने विश्वविद्यालय व इस क्षेत्र की सर्वोत्तम भागीदारी सुनिश्चित करायें. अपने विचारों साझा करने का एक महत्वपूर्ण मंच कुलपति ने बताया कि राष्ट्रीय युवा संसद युवाओं के लिए अपने विचारों व सुझावों को राष्ट्रीय स्तर पर साझा करने का महत्वपूर्ण मंच है. उन्हें इस माध्यम से अपने वक्तृत्व कला कौशल व नेतृत्व क्षमता को प्रदर्शित करने का ऐतिहासिक मौका मिला है. इन्हीं युवाओं के बीच से आने वाले दिनों में देश को सक्षम नेतृत्व मिलेगा. युवाओं में नहीं है प्रतिभाओं की कोई कमी कुलपति ने कहा कि कोसी क्षेत्र के युवाओं में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. बस आवश्यकता है कि हम उन्हें समुचित मार्गदर्शन दें और उनकी शक्ति को सकारात्मक दिशा दें. युवा संसद कार्यक्रम में भी कोसी क्षेत्र से अधिकाधिक युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की जाये. उन्होंने सभी संकायाध्यक्षों, विभागाध्यक्षों व प्राचार्यों से भी अपील किया है कि वह अपने-अपने स्तर से युवा संसद कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करें. इस बात की हरसंभव कोशिश की जाये कि इसमें हमारे विश्वविद्यालय का स्थान उच्च स्तर पर आये. उन्होंने सभी युवाओं से भी अपील किया है कि वह इसमें बढ़-चढ़कर कर भाग लें. ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय में होगा तीनों जिले का कार्यक्रम नेहरू युवा केंद्र की उप निदेशक सह युवा कार्यक्रम अधिकारी हुस्न जहां ने बताया कि कोसी प्रमंडल में पांच हजार युवाओं का पंजीयन का लक्ष्य रखा गया है. इस निमित्त व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. महाविद्यालय प्राचार्य प्रो कैलाश प्रसाद यादव ने बताया कि 20 मार्च को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय मधेपुरा में मधेपुरा, सहरसा व सुपौल तीनों जिलों का जिला स्तरीय कार्यक्रम होना है. इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दस प्रतिभागी विधानसभा में अपनी प्रस्तुति देंगे. राज्य स्तर पर चयनित तीन प्रतिभागियों को भारत की संसद में जाकर अपने विचार रखने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा. शिक्षण संस्थानों में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ सुधांशु शेखर ने बताया कि बीएनएमयू कुलपति स्वयं युवा संसद कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूचि ले रहे हैं. इससे इस क्षेत्र के युवाओं में उत्साह है. एनएसएस समन्वयक डाॅ उपेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि सभी महाविद्यालय के प्राचार्यों को पत्र भेज दिया गया है. इसके पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय पटना के विनीत कुमार ने सभी उपस्थित लोगों के बीच पंजीयन की प्रक्रिया से संबंधित प्रस्तुति दी और सबों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया. माय भारत पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य युवा संसद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए माय भारत पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य है. इसके लिए माई भारत पोर्टल पर जाकर मेगा इवेंट अनुभाग के अंतर्गत मोर व्यूज विकल्प में अपने जिले का चयन कर आवेदन करना होगा. इसमें विकसित भारत के संबंध में एक मिनट का एक विडियो भी अपलोड करना आवश्यक है. मौके पर पीएस कॉलेज मधेपुरा के प्राचार्य प्रो अशोक कुमार, एसएनआरकेएस कॉलेज सहरसा के प्राचार्य डाॅ अशोक कुमार सिंह, एचपीएस कॉलेज निर्मली के प्राचार्य यूएस चौधरी, प्राचार्य डाॅ जयदेव प्रसाद यादव, यूवीके कॉलेज कड़ामा के ई सिप्पु कुमार, कुलपति कार्यालय के कर्मी राहुल रंजन, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान आदि उपस्थित थे.
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