मधेपुरा : यह काफी चौंकाने वाला तथ्य है कि सदर अस्पताल में विगत आठ माह के दौरान हुई एचआइवी की जांच में 39 लोगों में एचआइवी पॉजिटिव पाये गये. इसमें चिंताजनक बात यह है कि इससे पहले के तीन महीनों के दौरान हुई जांच में यह संख्या केवल पांच थी. ये आंकड़े स्वास्थ्य विभाग और आम लोगों के भी होश उड़ाने के लिए काफी हैं.
सदर अस्पताल में स्थित एड्स को ले कर बनाये गये स्वैच्छिक परामर्श एवं जांच केंद्र में इस वर्ष अप्रैल माह से लेकर नवंबर माह के बीच कुछ सात हजार छह सौ सन्तावन (7,657) लोगों के रक्त नमूनों की जांच की गयी. इनमें से 39 नमूने पॉजिटिव पाये गये हैं. इस वर्ष नवंबर तक 43 पॉजिटिव इस वर्ष जनवरी से नवंबर माह तक कुल 43 एचआइवी पॉजिटिव पाये गये हैं.
जांच के लिए रक्त के नमूने स्त्री और पुरूष दोनों से लिये गये हैं. ये नमूने सदर अस्पताल में प्रसव के लिए आयी स्त्री या किसी अन्य ऑपरेशन के लिए आये पुरूष और स्त्री से लिये गये हैं. सदर अस्पताल में जनवरी माह में कुल 1267 लोगों की जांच की गयी. इनमें केवल एक पॉजिटिव पाया गया. फरवरी माह में कुल 1173 लोगों की जांच में तीन नमूनों को पॉजिटिव पाया गया. मार्च माह में 1140 लोगों में से एक पॉजिटिव मिला. अप्रैल माह में 1108 लोगों में से पांच पॉजिटिव मिले.
मई माह में 1251 लोगों में से एक भी पॉजिटिव नहीं मिला. जून में 1281 में से पांच पॉजिटिव, जुलाई में 1362 में से पांच पॉजिटिव, अगस्त माह में सबसे ज्यादा 1256 में से 14 पॉजिटिव मिले. वहीं सितंबर माह में 1159 रक्त के नमूनों में से छह पॉजिटिव मिले. अक्टूबर माह में 1128 में से चार एवं नवंबर माह में 965 लोगों की जांच हुई, जिसमें एक भी पॉजिटिव नहीं पाया गया.
चलाये जाते हैं जागरूकता अभियान विगत वर्षों में एचआइवी या एड्स को लेकर जागरूकता अभियान में काफी तेजी आयी है. विश्व विद्यालय स्तर पर कॉलेजों में रेड रिबन क्लब बनाया गया है. इसका उद्देश्य लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करना है. इसके अलावा विवि में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से भी एड्स को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है.
परामर्श केंद्र में पहचान रखी जाती है गुप्त सदर अस्पताल में स्थित आइसीटीसी अर्थात स्वैच्छिक परामर्श एवं जांच केंद्र में कोई भी व्यक्ति अपना रक्त जांच करा सकते हैं. पुरूष परामर्शी विवेक कुमार विमल एवं प्रयोगशाला प्रावैधिक विजय कुमार एवं योगेश कुमार दास ने बताया कि जो भी यहां जांच के लिए आते हैं
उनकी पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाती है. महिलाओं के रक्त की जांच एवं परामर्श के लिए आइसीटीसी में सपना कुमारी हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं भी नि:संकोच यहां जांच करा सकती हैं.