लखीसराय : क्षेत्रीय उपभोक्ता सलाहकार समिति पूर्व रेलवे के सदस्य आशुतोष कुमार ने रेल बजट को पूरी तरह निराशाजनक बताया है. उन्होंने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी रेल बजट में कोई भी नयी ट्रेन नहीं चलाने की घोषणा की गयी. इससे रेल यात्रियों में निराशा है. मुंगेर में गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल के लिए बजट में धन का आवंटन काफी कम किया गया है.
इससे रेल पुल के कार्य की गति धीमी होगी. एशिया के सबसे बड़ा रेल कारखाना जमालपुर में आधुनिकीकरण के लिए बजट में कोई प्रस्ताव नहीं लिया गया. दिल्ली, यूपी एवं महाराष्ट्र को छोड़ कर किसी भी स्टेशनों से यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए धन आवंटित नहीं किया गया. किऊल-पाकुड़ रेलखंड में विद्युतीकरण के लिए मात्र बजट में 8 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी.
जबकि एक किलोमीटर रेल ट्रैक विद्युतीकरण में सवा करोड़ रुपये का खर्च आता है. इस हिसाब से 200 किलोमीटर के उक्त रेलखंड के विद्युतीकरण में 250 करोड़ खर्च आयेगा. ऐसे में उक्त रेलखंड का विद्युतीकरण भी ठंडे बस्ते में पड़ा रहेगा. उन्होंने कहा कि रेल बजट में बिहार की घोर उपेक्षा हुई है. फोटो संख्या 16 खबर कला जत्था कलाकार का प्रशिक्षण संपन्न में लगेगी. चित्र परिचय- प्रशिक्षण में उपस्थित कलाकार