लखीसराय : माओवादियों के खात्मे के लिए केंद्र सरकार के तरफ से ऑपरेशन समाधान की घोषणा मात्र से ही माओवादियों को डर सताने लगा है. माओवादियों को केंद्र की यह घोषणा बिल्कुल ही रास नहीं आ रही है. कहीं न कहीं माओवादियों के दिलों में इस ऑपरेशन को लेकर डर बन गया है. लिहाजा, माओवादियों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है. नक्सली संगठनों ने आगामी 1 अगस्त से दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन के साथ 3 अगस्त को बिहार झारखंड बंद का आह्वान किया है.
इस संबंध में बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के भाकपा (माओवादी) के प्रवक्ता आजाद ने एक विज्ञप्ति जारी कर बंद व विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. उन्होंने बंद को सफल बनाने की अपील किया. उन्होंने कहा कि क्रम गत रूप से फासीवाद विरोधी मोर्चा में सम्मिलित होकर फासीवाद को परास्त करने और देश को इस संकट से उभारने में अग्रणी भूमिका लेने की अपील की. गौरतलब हो कि माओवादियों के उन्मूलन के नाम पर 2009 से 2017 तक तीन चरणों में चलाया गया. ऑपरेशन ग्रीनहंट के बाद 2018 से 2022 तक पांच साल के लिए ऑपरेशन समाधान की घोषणा केंद्र सरकार ने की है.