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घर से बेडशीट लाते हैं मरीज
अव्यवस्था : चंदवार प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र बदहाली का शिकार अस्पताल में माह में एक या दो दिन आते हैं स्वास्थ्यकर्मी कन्हैयाबाड़ी : कोचाधामन प्रखंड की सीमा पर बने पड़ोसी प्रखंड बैसा के चंदवार पंचायत अंतर्गत प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पीपलतोड़ा कुट्टी की स्थिति दयनीय है. ग्रामीणों का कहना है कि कहने को तो यह […]
अव्यवस्था : चंदवार प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र बदहाली का शिकार
अस्पताल में माह में एक या दो दिन आते हैं स्वास्थ्यकर्मी
कन्हैयाबाड़ी : कोचाधामन प्रखंड की सीमा पर बने पड़ोसी प्रखंड बैसा के चंदवार पंचायत अंतर्गत प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पीपलतोड़ा कुट्टी की स्थिति दयनीय है. ग्रामीणों का कहना है कि कहने को तो यह छह बेड का अस्पताल है, पर सुविधा कुछ भी नहीं है. स्वास्थ्य केंद्र आने पर बेड शीट घर से लाना पड़ता है. डॉक्टर समय पर प्राथमिक स्वास्थ्य नहीं आते हैं.
अस्पताल में दवा भी सलीके से स्टॉक रूम में नहीं रखी गयी. दवा के लिए आई अंसरी खातून, राहेला खातून रुकसाना खातून, मंजू खातून, साबरा खातून, साहेला खातून आदि बताती हैं कि यहां प्राय: ऐसा ही होता है माह में एक या दो दिन ही स्वास्थ्य कर्मी आते हैं बाकी दिन केंद्र बंद रहता है़
एएनएम सरोजनी कुमारी प्रसव एक्सपर्ट के तौर पर बहाल है किंतु हमेशा गायब रहती है. हमलोगों को गर्भवती महिलाओं को लेकर किशनगंज सदर अस्पताल या एमजीएम मेडिकल कॉलेज किशनगंज जाना पड़ता है़
एक एएनएम सुलेखा कुमारी है जो हमेशा आरआई में चली जाती है और पूरा स्वास्थ्य केंद्र खाली पड़ा रहता है. इमरजेंसी होने पर स्थानीय डॉक्टरों से प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए दूसरी जगह लेकर जाना होता है. यहां डा ममतेस कुमार पदस्थापित हैं.
सत्येंद्र चौधरी बतौर बलगम जांच टेक्नीशियन हैं, जो पिछले एक सप्ताह से अनुपस्थित है़ पीने के पानी के लिए प्यूरिफायर फिल्टर लगा है, जिसका पाइप टूट चुकी है गंदा इतना है कि मानव प्यासा ही रहना पसंद करेगा़ ग्रामीणों में मो कलीम, तंजीर आलम, मो बिट्टू आदि का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र को लाखों की लागत से पक्का, तो कर दिया गया रोगियों को दी जाने वाली सुविधा के नाम पर हमारे इस स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बद से भी बदतर है़ बगलबाड़ी से अनगढ़ मजगामा अमौर बायसी धूसमल आदि को जोड़ने वाली सड़क है जिस पर तेज रफ्तार वाहनों का आवागमन होते रहता है. इत्तफाक यदि कोई अप्रिय घटना घटित हो, तो प्राथमिक उपचार भी स्वास्थ्य केंद्र में नसीब नहीं होगा.
क्या कहते हैं चिकित्सक
डा ममतेस ने बताया कि चंदवारा पंचायत के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी है और चिकित्सक के रहने का प्रबंध नहीं रहने के कारण असुविधा होती है. इसके बावजूद भी यहां पदस्थापित स्टाफ सीमित संसाधनों के बीच भी रोगियों का इलाज व सेवा करते हैं. जल्द ही मरीज की परेशानियों को दूर कर दिया जायेगा.
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