मोहनिया शहर. पहले रात में खेतों में पड़े गेहूं के कटे डंठलों को जलाया जा रहा था. लेकिन, अब तो खुलेआम दिनदहाड़े गेहूं के डंठल जलाये जा रहे हैं. इससे अगलगी की घटनाएं हो रही हैं. ज्ञात हो कि बुधवार को प्रखंड क्षेत्र की भिट्टी पंचायत स्थित पुसौली गांव के समीप दिन के उजाले में गेहूं के डंठल को किसान ने फूंक दिया था. इसके कारण सड़क किनारे मनरेगा से लगाये गये दर्जनों पौधे भी झुलस गये हैं. कई जगहों पर पहले से फूंके गये गेहूं के डंठलों के कारण कई पौधे झुलसे देखे जा रहे हैं. लेकिन, स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इन दिनों अनुमंडल क्षेत्र में आग लगी की घटना न हो, इसको लेकर बिजली विभाग द्वारा पूरे दिन बिजली बंद रखी जा रहा है. लेकिन किसानो खुलेआम गेहूं के डंठलों में आग लगा दे रहे हैं. इसके कारण तेज धूप व पछुआ हवा से आग लगी की भी घटनाएं हो रही है. ज्ञात हो कि पुसौली गांव में घटेया गांव को जाने वाली सड़क के दोनों किनारे गेहूं के डंठल फूंकने के कारण सड़क के किनारे मनरेगा से लगाये गये दर्जनों पौधे झुलस गये हैं. जबकि सरकार द्वारा पैसे खर्च कर सड़कों के किनारे पौधारोपण किया जा रहा है. लेकिन किसान डंठल फूंकने के चक्कर में यह भी ध्यान नहीं दे रहे हैं कि सड़क किनारे लगे पौधे बचेंगे या नहीं. आलम यह है की दर्जनों पौधे झूलस गये हैं. # क्या कहते है मोहनिया एसडीओ इस संबंध में मोहनिया एसडीओ राकेश कुमार सिंह ने बताया की पराली जलाने पर सख्त मनाही है. जो किसान डंठल को फुंक रहे है, उन्हें चिह्नित किया जा रहा हैं. जिन पर प्राथमिकी दर्ज किया जायेगा साथ ही सरकारी सभी योजना से भी वंचित कर दिया जायेगा. जिसे लेकर कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया हैं.
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