बिदुपुर पशु स्वास्थ्य रक्षा टीका कर्मी संघ गोप गुट ने आठ सूत्री मांगों के समर्थन में पशु चिकित्सालय बिदुपुर मुख्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा. निजी पशु टीकाकर्मियों ने आरोप लगाया कि उनलोगों को कौशल विकास योजना के तहत जिला पशु पालन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा 15 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया.
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पशु स्वास्थ्य टीकाकर्मियों का धरना जारी
बिदुपुर पशु स्वास्थ्य रक्षा टीका कर्मी संघ गोप गुट ने आठ सूत्री मांगों के समर्थन में पशु चिकित्सालय बिदुपुर मुख्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा. निजी पशु टीकाकर्मियों ने आरोप लगाया कि उनलोगों को कौशल विकास योजना के तहत जिला पशु पालन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा 15 दिनों का प्रशिक्षण […]
लेकिन प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र अब तक प्रशिक्षतों को नहीं दिया गया. जिला स्तर से राज्य स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा स्थायी रूप से कार्य देने का मौखिक आश्वासन दिया गया. लेकिन अब तक सकारात्मक पहल दिखायी नहीं पड़ रही है. वहीं पशु मित्र की बहाली में 25 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की गयी है.
टीकाकरण कार्य करने में पारिश्रमिक न्यूनतम मजदूरी से कम दिये जाने का आरोप लगाया गया. निजी पशु टीकाकर्मियों को वर्ग तृतीय एवं चतुर्थ के पद पर बहाली में भी वरीयता देने की मांग की गयी. पशु टीका कर्मी वर्ष 2007 से ही कार्य कर रहे है. धरना का नेतृत्व मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने किया. इन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा निजी पशु टीका कर्मियों का अनदेखी किया जा रहा है.
इस अवसर पर कार्यकारिणी अध्यक्ष रामबाबू राय, कोषाध्यक्ष अविनाश कुमार, जिला सचिव अनुज कुमार, सुरेश राय, मनजीत कुमार सिंह, अजित कुमार, अजय कुमार, सुजीत पासवान, जितेंद्र कुमार, सुबोध कुमार, सुनील कुमार राम, इंदु बालक उर्फ दुबे आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत मे प्रदेश अध्यक्ष कमलेश कुमार ने भी संबोधित करते हुए कहा कि संगठन को मजबूत कर ही हक की लड़ाई लड़ा जा सकता है.
आठ सूत्री मांगों को लेकर वैक्सिनेटर गये हड़ताल पर
महुआ. सेवा अवधि नियमित, मानदेय देने, रोस्टर सूची में नाम दर्ज के साथ ही 8 सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में कार्यरत पशु टीकाकर्मी हड़ताल पर चले गये है. कर्मियों द्वारा इसकी लिखित सूचना पशु चिकित्सा पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को भी दी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार बीते कई वर्षों से पंचायतों में घूम-घूम के पशुओं की देख रेख तथा टीका लगा रहे कर्मियों को अभी तक सेवा अवधि नियमित नहीं किया गया है.
इस कारण कर्मियों को खाने के लाले पड़े है. कर्मी देवेंद्र कुमार दिवाकर, अरुण कुमार, प्रभु कुमार, रौशन कुमार, ऋषिकांत कुमार के साथ अन्य ने बताया कि कई-कई बार अपनी मांग संबंधित विभाग तथा राज्य सरकार से की गयी. लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से हड़ताल पर चले गये. इस कारण पशु सेवा कार्य प्रभावित होने लगी है.
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