जहानाबाद नगर : व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के कार्यालय कक्ष में जिला विधिक अनुश्रवण समिति की बैठक गुरुवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में अरवल न्यायालय भवन निर्माण के अभियंता ने बताया कि नवनिर्मित अरवल न्यायालय एवं न्यायाधीशों के क्वार्टर दिसंबर 2018 तक न्यायालय को सौंप दिया जायेगा. जिस पर जिला जज ने अरवल के जिला पदाधिकारी से कहा कि समय-समय पर इसका निरीक्षण करते रहे,
ताकि समय पर कार्य संपन्न हो सके. बैठक में जहानाबाद न्यायालय की चहारदीवारी के तार काटे जाने का मामला सामने आया. अनुश्रवण समिति के सचिव सबजज प्रथम सुधीर सिन्हा ने बताया कि बैठक में पुराने मामलों के निष्पादन के लिए जिला अभिलेखागार को न्यायालय से संपर्क रहने के साथ जुवेनाइल मामलों में हर हाल में तीन महीने के अंदर आरोप-पत्र पुलिस को सौंपने का निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर इसका सीधा लाभ जुवेनाइल मामले में पकड़े गये बंदियों को मिलेगा. बैठक में बिजली विभाग, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण के बैठक में उपस्थित नहीं रहने को लेकर डीएम ने बताया कि इन लोगों से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. बैठक में लोक अभियोजक सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने सवाल उठाया कि जख्म प्रतिवेदन स्पष्ट नहीं रहने तथा अपठनीय होने के कारण न्यायालय प्रक्रिया बाधित होती है. इस पर सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि जख्म प्रतिवेदन पर चिकित्सक द्वारा अपना पूरा हस्ताक्षर करने के साथ मोबाइल नंबर अंकित करें,
ताकि प्रतिवेदन स्पष्ट नहीं होने की स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके. बैठक में जहानाबाद के डीएम आलोक रंजन घोष, आरक्षी अधीक्षक मनीष कुमार, अरवल के डीएम सतीश कुमार, एसपी उमाशंकर प्रसाद, वरीय उपसमाहर्ता इष्टदेव महादेव, अध्यक्ष जिला विधिक संघ रामाश्रय शर्मा, सचिव शारदानंद कुमार, लोक अभियोजक सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, सरकारी अधिवक्ता सच्चितानंद सिन्हा, विशेष लोक अभियोजक संजय कुमार, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, विधिक सेवा प्राधिकार के सदस्य संतोष श्रीवास्तव, अनुश्रवण समिति के सचिव सबजज प्रथम सुधीर सिन्हा, विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सबजज प्रथम राकेश कुमार रजक, एसडीजेएम मुकेश कुमार मिश्रा तथा प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सह जुवेनाइल बोर्ड के प्रधान न्यायाधीश उमेश प्रसाद उपस्थित थे.