पंचायतों में पड़े हैं 2.74 करोड़, फिर भी विकास ठप कहीं सरेेंडर न हो जाये राशि,किसी भी पंचायत में नहीं चल रही योजनागांवों के विकास के लिए सरकार द्वारा पंचायतों में राशि उपलब्ध तो उपलब्ध करा दी जाती है, लेकिन विकास का सपना धूल फांक रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी एवं उदासीनता से विकास पर प्रश्नचिह्न लग गया है. 2016 में पंचायत चुनाव होना है, ऐसे में पंचायतों मे बकाया राशि कितनी खर्च हो पायेगी सवाल बन गया है.संवाददाता, गोपालगंजवर्ष 2015-16 के समाप्त होने में महज साढ़े तीन माह बाकी है. विभिन्न योजना मद के अंतर्गत पंचायतों को करोड़ों की राशि मिली, लेकिन योजनाओं के विकास का हस्र धरातल पर अत्यंत ही शिथिल है. 23 पंचायतों में बीआरजीएफ, 13वी एवं 14वीं वित्त योजना की 2.74 करोड़ की राशि बैंकों में पड़ी है. योजनाओं का प्रस्ताव तो सभी पंचायतों में दिया गया, लेकिन राशि उपलब्ध होने के बावजूद इन पर काम नहीं कराया जा रहा है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति और पंचायत चुनाव की अधिघोषणा के बाद राशि जहां बैंकों में रह जायेगी, वहीं योजनाओं की उम्मीद भी टूट जायेगी और इन दोनो ही पाबंदियों में कम समय रह गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन रुपयों का सदुपयोग हो पायेगा? कई ऐसे पंचायत हैं, जहां 10 लाख से अधिक की राशि अब भी उपलब्ध है. कल्याणपुर पंचायत में 22 लाख, बतरदेह में 10 लाख, महोदीपुर पिकडया में 52 लाख, देवापुर में 12 लाख, सलेमपुर पूर्वी में 18 लाख, सलेमपुर पश्चिमी में 17 लाख, नवादा में 18 लाख, कहला में 13 लाख की राशि अब भी उपलब्ध है. कई ऐसी पंचायतें हैं जिनका लेखा-जोखा ढूढ़ने से भी नहीं मिल रहा है. आखिर इन राशि का सदुपयोग किसके आदेश से होगा? क्या कहते हैं बीडीओराशि के खर्च एवं योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सभी मुखियाओं की बैठक कर सख्त निर्देश दिया गया है. विधानसभा चुनाव के कारण विकास प्रभावित रहा. वित्तीय वर्ष में सभी प्रस्तावित योजनाएं पूरी कर ली जायेंगी.कुमार प्रशांत, बीडीओ, बरौली
BREAKING NEWS
पंचायतों में पड़े हैं 2.74 करोड़, फिर भी विकास ठप
पंचायतों में पड़े हैं 2.74 करोड़, फिर भी विकास ठप कहीं सरेेंडर न हो जाये राशि,किसी भी पंचायत में नहीं चल रही योजनागांवों के विकास के लिए सरकार द्वारा पंचायतों में राशि उपलब्ध तो उपलब्ध करा दी जाती है, लेकिन विकास का सपना धूल फांक रहा है. पंचायत प्रतिनिधियों की मनमानी एवं उदासीनता से विकास […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement