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नदी को मिलेगी गंदगी से मुक्ति किसानों के अब पूरे होंगे अरमान

गोपालगंज : वह दिन दूर नहीं जब दिसंबर में शुरू हुई जल-जीवन-हरियाली योजना जिले में खासकर छाड़ी नदी के लिए मील का पत्थर साबित होगी. इस योजना ने नदी को लेकर लंबे अर्से से चल रहा प्रयास, कयास और इंतजार को समाप्त कर दिया है. जल्द ही नदी को गंदगी से मुक्ति मिल जायेगी और […]

गोपालगंज : वह दिन दूर नहीं जब दिसंबर में शुरू हुई जल-जीवन-हरियाली योजना जिले में खासकर छाड़ी नदी के लिए मील का पत्थर साबित होगी. इस योजना ने नदी को लेकर लंबे अर्से से चल रहा प्रयास, कयास और इंतजार को समाप्त कर दिया है.

जल्द ही नदी को गंदगी से मुक्ति मिल जायेगी और इसी के साथ जिले के प्राकृतिक संपदा, अाध्यात्मिक महत्व, पर्यावरण और जीवों के बीच की एक लंबी कड़ी को मजबूती मिल जायेगी. छाड़ी नदी के जीर्णोद्धार का काम सोमवार को शुरू हुआ था. दूसरे दिन मंगलवार से नदी का सफाई कार्य परवान पर है. शहर में नप जहां नदी की सफाई कराने में डेढ़ दर्जन मजदूर लगाया है
वहीं मांझा के छह और बरौली के पांच पंचायतों में नदी की गंदगी को साफ करने का काम परवान पर है. बरौली की माधोपुर, सरेयां, बेलसंड, कल्याणपुर सहित पांच पंचायतों में मजदूरों को लगाकर घास और जलकुंभी साफ करायी जा रही है. वहीं मांझा में बहोरा टोला, देवापुर शेखपुर्दिल, पैठानपट्टी, शेखपरसा और मांझा पश्चिमी में सफाई कार्य जारी है. नदी की सफाई का यह पहला चरण है.
इसके बाद नदी में जेसीबी दौड़ेगी और इसकी गहराई और चौड़ाई भी बढ़ाई जायेगी. जिले में नदी की लंबाई 33किमी है. इस सफाई कार्य के साथ ही नदी जहां अपनी खो चुकी अस्तित्व को पा लेगी, वहीं सिंचाई करने के लिये किसानों के अरमान भी पूरे हो जायेंगे.
नदी जब पूर्ण रूप से अस्तित्व में आ जायेगी तो 40 हजार से अधिक किसान इसके पानी से अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं. इतना हीं नहीं, जो हालात पानी और भूजल को लेकर जिले में चार साल से बना हुआ है, उसे भी लाभ मिलेगा. बारिश का पानी जमा होने से भूजल स्तर भी बढ़ेगा. सबसे अधिक राहत उन पशु और पक्षियों को होगा जो, गर्मी के दिनों में पानी के लिए भटकते हैं.
ग्रामीणों ने शुरू की छाड़ी नदी की सफाई
बरौली. सोमवार से शुरू छाड़ी नदी सफाई अभियान से अब ग्रामीण भी जुड़ने लगे हैं. छाड़ी नदी के गुजरने वाली पंचायत के गांवों में सफाई अभियान को लेकर काफी खुशी है. गांव के लोग बिना किसी आदेश या दबाव के नदी में पहुंच कर खुदाई कार्य कर रहे हैं.
अगर ऐसा ही चलता रहा, तो छाड़ी नदी की सफाई केवल ग्रामीणों के श्रमदान से ही हो जायेगी. मंगलवार को बीडीओ, मनरेगा पीआे आदि के पहुंचते ही बेलसंड पंचायत के ग्रामीण अपने-अपने घरों से कुदाल लेकर निकले और गांव के मंदिर पर पहुंच गये. मंदिर पर ग्रामीणों ने पूजा-पाठ की तथा कुदाल लेकर नदी में पहुंच खुदाई कार्य शुरू कर दिया.
इस कार्य में केवल ग्रामीण ही नहीं, बल्कि जन प्रतिनिधि भी पीछे नहीं रहे और वे भी ग्रामीणों का मनोबल बढ़ाते दिखे. नदी की खुदाई व सफाई करनेवालों में बीडीसी सरिता देवी, सुभाष गिरि, उपसरपंच वीरेंद्र यादव, उपमुखिया अजीत सोनी, सूरज कुमार, पैक्स अध्यक्ष रंजन त्रिपाठी, रंजन तिवारी, राजन तिवारी, राकेश तिवारी, रामाशंकर तिवारी, निर्भय तिवारी, गुरुशरण तिवारी, सुदीश तिवारी सहित सैकड़ों ग्रामीण थे.

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