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गोपालगंज : छत का प्लास्टर िगरा, छह छात्राएं बेहोश
गोपालगंज : मैट्रिक परीक्षा के पांचवें दिन मंगलवार को वीएम इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र में जर्जर छत का प्लास्टर गिरने से छह छात्राएं बेहोश हो गयीं. वहीं, इस हादसे के बाद परीक्षा केंद्र पर अफरातफरी मच गयी. घायल छात्राओं को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने इलाज के बाद […]
गोपालगंज : मैट्रिक परीक्षा के पांचवें दिन मंगलवार को वीएम इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र में जर्जर छत का प्लास्टर गिरने से छह छात्राएं बेहोश हो गयीं. वहीं, इस हादसे के बाद परीक्षा केंद्र पर अफरातफरी मच गयी. घायल छात्राओं को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने इलाज के बाद छात्राओं की स्थिति खतरे से बाहर बतायी है.
वहीं, हादसे की खबर पाकर सदर अनुमंडल पदाधिकारी वर्षा सिंह ने जांच की. एसडीओ के साथ डीइओ पूनम चौधरी ने भी स्थिति का जायजा लिया. एसडीओ ने हादसा होने की वजह केंद्राधीक्षक की लापरवाही बतायी है. उन्होंने कहा कि केंद्राधीक्षक से मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. आपदा की स्थिति में पहले से जिला प्रशासन के द्वारा अलर्ट किया गया था. इसके बावजूद जर्जर भवन के बरामदे में परीक्षार्थियों को बैठाया गया था. हादसा होने के बाद दूसरी पाली की परीक्षा में परीक्षार्थियों को जर्जर भवन से निकालकर खुले कैंपस में बैठाया गया.
सदर अस्पताल में भर्ती छात्रा सिधवलिया थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी योगेंद्र पंडित की पुत्री बबीता कुमारी, छोटे लाल साह की पुत्री बबीता कुमारी, सुरहिया गांव के देववंशी पंडित की पुत्री विद्यावती कुमारी, सिधवनिया गांव के मोतीलाल साह की पुत्री विमल कुमारी, चांद परना गांव के देवप्रयाग की पुत्री विजांती कुमारी तथा बरौली थाना क्षेत्र के खुलासाह टोला की हरिकिशोर साह की पुत्री अनु कुमारी शामिल हैं. घायल छात्राओं का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ अमर कुमार ने बताया कि स्थिति सामान्य है. वहीं, डीइओ ने कहा कि प्रथम पाली की परीक्षा समाप्त होने के दौरान यह हादसा हुआ.
डीइओ ने केंद्राधीक्षक से किया शोकॉज
जिला शिक्षा पदाधिकारी पूनम चौधरी ने घटनास्थल की जांच करने के बाद केंद्राधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है. डीइओ ने कहा कि मामले में केंद्राधीक्षक रामविलास मांझी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि वाटर प्रूफ टेंट की व्यवस्था करने के लिए केंद्राधीक्षक को लिखित दिया है. इसके बावजूद टेंट की व्यवस्था नहीं की गयी और बरामदे में ही परीक्षार्थियों को बैठा दिया गया था.
हादसा होने से पहले डीइओ ने किया था निरीक्षण : वीएम इंटर कॉलेज के परीक्षा केंद्र पर हादसा होने से ठीक ढाई घंटे पहले जिला शिक्षा पदाधिकारी पूनम चौधरी ने निरीक्षण किया था. डीइओ ने बताया कि प्रश्नपत्र अपने हाथ से खोलने के बाद एक-एक कमरों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान भी केंद्राधीक्षक को जर्जर बरामदे में परीक्षार्थियों को बैठाने को लेकर फटकार लगायी गयी. डीइओ ने बताया कि उसी समय केंद्राधीक्षक से स्पष्टीकरण भी मांगा गया.
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