गया. गया कॉलेज के उर्दू विभाग में अदबी महफिल का आयोजन किया गया. प्राचार्य प्रोफेसर सतीश सिंह चंद्र ने कहा कि उर्दू भाषा बहुत ही सुंदर और मीठी भाषा है. इसकी मिठास समाज को सुंदर बना सकती है. श्री चंद्र ने उर्दू जुबान से अपनी वाबस्तगी का इजहार किया, उन्होंने कहा कि उर्दू जुबान से मेरा हमेशा से ही लगाव रहा है. अपना अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि भाषाएं हमें समाज में एक-दूसरे से जोड़ती हैं. उर्दू के बारे में एक अच्छी बात यह है कि यह सिर्फ एक भाषा नहीं बल्कि एक पूरी सभ्यता है. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात कथाकार व पत्रकार डॉ सैयद अहमद कादरी शामिल हुए. उन्होंने छात्रों के साथ उर्दू के महत्व और उपयोगिता पर चर्चा करते हुए कहा कि उर्दू भाषा आपके व्यक्तित्व को निखार सकती है. अपार प्रसिद्धि और लोकप्रियता दिला सकती है. समारोह में विख्यात कथाकार व साहित्य एकेडमी के सदस्य डॉ अहमद सगीर ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि उर्दू भाषा आज कम से कम बिहार राज्य में रोजगार की गारंटी है. वहीं हिंदी विभाग के प्रो सोनू अन्नपूर्णा ने कहा कि उर्दू और हिंदी भाषाएं अलग-अलग नहीं बल्कि एक-दूसरे के लिए आवश्यक हैं.
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