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एसएसपी ऑफिस के पास आत्मदाह का प्रयास, नौ लोग गिरफ्तार

गया: बोधगया स्थित बैजूबिगहा के वीरेंद्र यादव उर्फ कमांडो यादव हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित परिजनों ने सोमवार को गया शहर स्थित एसएसपी कार्यालय के पास आंबेडकर पार्क में आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आत्मदाह की कोशिश करनेवाले पत्नी, बेटे व बेटी सहित अन्य […]

गया: बोधगया स्थित बैजूबिगहा के वीरेंद्र यादव उर्फ कमांडो यादव हत्याकांड में शामिल सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित परिजनों ने सोमवार को गया शहर स्थित एसएसपी कार्यालय के पास आंबेडकर पार्क में आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आत्मदाह की कोशिश करनेवाले पत्नी, बेटे व बेटी सहित अन्य परिजनों को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद नौ लोगों को गिरफ्तार कर आत्मदाह करने के प्रयास के आरोप में सिविल लाइंस थाने में एफआइआर दर्ज की. एक दिसंबर, 2015 को बोधगया से अपहरण के बाद कमांडो यादव की हत्या कर दी गयी थी. औरंगाबाद जिले में शव मिला था.
बेटों की हत्या का है डर : आत्मदाह करने पहुंचे कमांडो यादव के परिजनों की शिकायत है कि हत्याकांड में शामिल लोगों व साजिशकर्ताओं को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है. उन्होंने पुलिस पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया है. यह भी कि हाथ आये दो आरोपितों को पुलिस ने छोड़ दिया है. उन्हें गिरफ्तार करने में पुलिस कोताही बरत रही है. हत्याकांड में शामिल फरार आरोपित अब धमकाने भी लगे हैं. कमांडो यादव की पत्नी धर्मशीला देवी व बेटे रोशन कुमार का कहना है कि फरार आरोपितों द्वारा उनकी भी हत्या की साजिश रची जा रही है. कभी भी परिवार के अन्य सदस्यों की हत्या हो सकती है. इन शिकायतों के साथ कमांडो यादव के बेटे, बेटी, पत्नी व अन्य सोमवार को एसएसपी कार्यालय के पास आत्मदाह करने पहुंचे थे. हालांकि, इसकी सूचना पुलिस व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को पहले से ही थी.
दो घंटे तक चला ड्रामा
आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग के साथ कमांडो यादव के परिजन सोमवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे एसएसपी कार्यालय पहुंचे. पुलिस अलर्ट थी और परिजन एसएसपी गरिमा मलिक से मिलने की मांग कर रहे थे. इस बीच, सिटी डीएसपी आलोक कुमार आंबेडकर पार्क पहुंचे और कमांडो यादव की पत्नी व बेटे रोशन से बातचीत शुरू की. रोशन ने सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने व बोधगया पुलिस की लापरवाही का हवाला दिया. यह भी कहा कि पैसे लेकर पुलिस ने गिरफ्तार दो आरोपितों को छोड़ दिया है. डीएसपी ने बताया कि हत्याकांड में नामजद 10 लोगों में से छह को पुलिस औरंगाबाद व अन्य ठिकानों से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. आरोपितों की कुर्की-जब्ती भी की गयी है. फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोलकाता तक छापेमारी कर चुकी है. अभी प्रयास जारी है. पुलिस अपना काम कर रही है. धर्य रखें. डीएसपी ने कहा कि अगर बोधगया थाने की पुलिस पैसे लेकर आरोपितों को छोड़ रही है, तो इसकी जांच की जायेगी व आरोप सत्य पाये जाने पर कार्रवाई भी की जायेगी. बावजूद इसके कमांडो यादव के सभी परिजन आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे व कुछ ही देर बाद अपने शरीर पर केरोसिन डालने लगे. पर, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने केरोसिन का डब्बा छीन कर उन्हें एक एंबुलेंस में बंद करना शुरू किया. धक्का-मुक्की के बीच एक वृद्ध महिला बेहोश होकर गिर गयी, जिसे इलाज के लिए जयप्रकाश नारायण अस्पताल भेजा गया, जहां से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल और वहां से पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया. कुछ ही देर बाद एंबुलेंस में बंद सभी लोग बाहर निकल गये और कचहरी चौराहे के पास हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए सभी को पकड़ कर सिविल लाइंस थाने में बंद कर दिया.
विभिन्न धाराओं में दर्ज हुआ मामला
आत्महत्या का प्रयास, पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट व सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया. इसके बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से सात लोग जेल भेज दिये गये. सिविल लाइंस के इंस्पेक्टर मोहम्मद जमील असगर ने बताया कि आइपीसी की धारा 147,149, 353 व 309 के तहत मामला दर्ज करते हुए इसमें शामिल सात (महिला-पुरुष) को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि एक वृद्धा समेत दो को थाने से ही जमानत देकर छोड़ दिया गया.

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