गया : गया में गरीबों के बीच अनाज वितरण की स्थिति प्रदेश में सबसे बदतर है. इसके लिए डीएम से लेकर डीलर तक दोषी हैं. इस व्यवस्था को बदलने के लिए हर हाल में ऐसे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. यह बातें बुधवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहीं.
दो दिवसीय दौरे पर गया पहुंचे मंत्री ने कहा कि यहां लाभुकों को अनाज समय पर मिलता ही नहीं है. गौरतलब है कि खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ने सर्किट हाउस आने से पहले सदर प्रखंड के दो गांवों में पीडीएस दुकानों का औचक निरीक्षण किया. यहां कई लाभुकों ने बेबाकी से कहा कि डीलर द्वारा साल भर में एक से दो बार अनाज दिया जाता है.
गन्नु बिगहा व बीथो के पीडीएस दुकानाें का किया औचक निरीक्षण : गन्नु बिगहा पहुंचे मंत्री ने वहां के कई पीडीएस दुकानों का निरीक्षण किया. यहां उन्होंने स्टॉक रजिस्टर, कुल लाभुक, सरकारी दर व दूसरे दस्तावेजों को देखा. इस दौरान जिला खाद्य आपूर्ति शाखा के अधिकारियों की स्थिति पतली दिखी. मंत्री को देख वहां कई लाभुक पहुंच गये और अपनी पीड़ा बतायी. एक लाभुक ने कहा कि उसे अनाज एक साल पहले मिला था. इस पर जब मंत्री ने डीलर से सवाल जवाब किया तो उसके हाथ पांव फूल गये.
इस बीच जिला आपूर्ति शाखा के अधिकारी यह कह कर बचते दिखे कि कई लाभुकों का कार्ड आधार से अपग्रेड नहीं हो पा रहा है, इस वजह से ऐसी स्थिति बनी है. इसके बाद मंत्री बीथो गांव पहुंचे तो वहां भी लाभुकों ने अपनी पीड़ा बतायी.
अनाज के गोदाम पर भी सरकार की नजर
मंत्री ने कहा कि सरकार ने जन वितरण प्रणाली की व्यवस्था में सुधार के लिए कई कदम उठाये हैं. गोदाम से जो अनाज निकलता है वह जीपीएस लगे वाहनों में लोड होता है. बावजूद इसके अधिकारी यहां गड़बड़ी का रास्ता खोज ही लेते हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी गोदाम पर सरकार की पूरी नजर है.
जिला जदयू अध्यक्ष शौकत अली, युवा जदयू के जिलाध्यक्ष कमलेश शर्मा, मुनेश्वर सिंह, मीडिया प्रभारी श्रीकांत समेत कई प्रखंडों के जदयू नेताओं ने सर्किट हाउस में मंत्री का स्वागत किया. जदयू नेताओं ने यहां सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की स्थिति बतायी साथ ही संगठन को मजबूत बनाने के लिए हाल के महीनों में उठाये गये कदम के बारे में भी जानकारी दी.