दरभंगा : ला परिवहन कार्यालय अब भी एजेंट के चंगुलों से मुक्त नहीं हो पा रहा है. जबकि एजेंट से मुक्त कराने के काफी प्रयास किये गये. वाहन स्वामी खुद लाइन में लगकर कार्य करा रहे हैं, लेकिन जितना तेजी में कार्य एजेंट करा सकता है उतना खुद नहीं हो पा रहा. जिला मोटर वाहन पदाधिकारी विकास कुमार का कहना है कि फार्म भरने का जो तरीका है
वह सबके बस की बात नहीं है. लेकिन जो समझ लिया उसे आगे से भरने में परेशानी नहीं होती है. एजेंट चूंकि प्रत्येक दिन फार्म भरने का आदि हो चुका होता है इसलिए फटाफट सब खानापूरी कर देता है. इस वजह से लोग एजेंट का सहारा लेते हैं. जब तक सरकार द्वारा सहायता केंद्र विधिवत नहीं खोला जायेगा एजेंट का प्रचलन खत्म होना संभव प्रतीत नहीं दिख रहा है. इन दिनों परिसर में एजेंट नजर नहीं आते. परिसर के बारह चाय-पान की दुकानों में अब एजेंट अड्डा डाल चुके हैं.
वाहन स्वामी और चालक वहीं जाकर एजेंट से फार्म भरवाते हैं. वैसे अधिकारी का कहना है कि आवेदक तत्पर रहे तो एजेंट से पहले उनका काम संभव है. डीटीओ श्री कुमार ने स्वीकारा कि कुछ कार्यालय कर्मियों से एजेंट की सांठगांठ रहती है. वैसे ऐसे कर्मियों एवं एजेंटों पर नजर रखी जा रही है. पहले एजेंट विभाग के खाली पड़े कक्ष को अपना कार्यालय बना रखा था.