दरभंगा : नगर निगम अब पार्षदों की अनुशंसा से सभी वार्डों में एक-एक लाख रुपये खर्च आने वाले नालाें का निर्माण करायेगा़ मेयर गौड़ी पासवान की अध्यक्षता में हुई स्थायी समिति की बैठक में शनिवार को यह निर्णय लिया गया. डंपिंग ग्राउंड के अभाव में कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छ भारत मिशन के अनुपालन में हो रही कठिनाइयों को देखते हुए स्थायी समिति के सदस्यों ने इसके लिए जमीन उपलब्ध कराने को मेयर गौड़ी पासवान एवं नगर आयुक्त नागेंद्र कुमार सिंह को अधिकृत कर दिया.
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पार्षदों की अनुशंसा पर बनेंगे लखटकिया नाले
दरभंगा : नगर निगम अब पार्षदों की अनुशंसा से सभी वार्डों में एक-एक लाख रुपये खर्च आने वाले नालाें का निर्माण करायेगा़ मेयर गौड़ी पासवान की अध्यक्षता में हुई स्थायी समिति की बैठक में शनिवार को यह निर्णय लिया गया. डंपिंग ग्राउंड के अभाव में कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छ भारत मिशन के अनुपालन में हो […]
इन दोनों अधिकारियों को यह जिम्मेवारी दी गयी कि जिला प्रशासन से वार्ता कर कहीं भी डंपिंग ग्राउंड के लिए जमीन की व्यवस्था करें. बैठक प्रारंभ होते ही स्थायी समिति की सदस्य रीता सिंह ने शकिंग मशीन के कारण आमजन को हो रही परेशानी की चर्चा करते हुए कहा कि अब शौचालय टैंक की सफाई के लिए भी लोगों को राशि जमा करने के बाद कई दिन निगम कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है.
उन्हाेंने दस वर्ष से पुराने शकिंग मशीन की कार्यक्षमता पर भी सवाल उठाया. प्रस्ताव दिया कि तीन शकिंग मशीन-बड़ा, मध्य एवं छोटा की खरीदारी शीघ्र की जाय. उन्होंने शहर के सभी तालाबों के सौंदर्यीकरण संबंधी प्रस्ताव भी सरकार को भेजने का सुझाव दिया, ताकि जितने तालाब शहर में अवस्थित हैं, सौंदर्यीकरण के बाद उसका उपयोग आमजन कर सके. सदस्य किशोर कुमार प्रजापति, सुचित्रा रानी एवं राम मनोहर प्रसाद ने भी सदस्य की इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया.
चार माह में डीजल पर हुए 25 लाख खर्च
नगर निगम की स्थायी समिति में विचारणीय विषय संख्या-7 में जो सूची दी गयी थी, उसमें 1 जुलाई 15 से 30 नवंबर 15 तक वाहनों के डीजल आपूर्ति मद में 24 लाख, 61 हजार, 557 रुपये खर्च बताया गया है. ज्ञात हो कि गत जनवरी माह में औसतन 2 से ढाई लाख का डीजल प्रत्येक माह खर्च होता था. लेकिन जुलाई से नवंबर तक डीजल मद में हुए 25 लाख रुपये खर्च पर किसी भी सदस्य ने बिना कोई टिका-टिप्पणी किये इसे अनुमोदित कर दिया.
एक माह में फाॅगिंग पर खर्च हुआ 2.71 लाख
नगर निगम ने शहरवासियों को मच्छर से निजात दिलाने के लिए 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक शहर में फागिंग कराने के नाम पर 2 लाख 71 हजार 392 रुपये खर्च कर दिये. स्थायी समिति की बैठक में इस आशय का तीन विपत्र पेश हुआ. 16.11 से 30.11 तक -फागिंंग मशीन पर 2560 रुपये, 1 से 15 दिसंबर तक 2 लाख 60 हजार 487 रुपये तथा पुन: 1 से 15 दिसंबर तक फागिंग मशीन पर 9345 रुपये खर्च दिखाया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि शहर का हृदय स्थल कहलाने वाला दरभंगा टावर पर मुश्किल से दो दिनों तक लोगों ने फागिंग करते देखा है.
ऑटोरिक्शा गोदाम में, 14 ट्रैक्टरों पर 23 लाख खर्च
कूड़ा उठाव कार्य में लगे दिनेश यादव के 8 ट्रैक्टर का जुलाई से अक्टूबर तक चार महीने का भाड़ा 12 लाख 65 हजार 126 रुपये तथा आदित्य नाथ मिश्र के छह ट्रैक्टरों का पांच महीने का भाड़ा 9 लाख 84 हजार 802 रुपये का विपत्र सदस्यों ने अनु मोदित कर दिया. ज्ञात हो कि चालू वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने करीब 40 लाख से अधिक रुपये का बैट्रीचालित ऑटो रिक्सा एवं करीब 2.32 करोड़ की लागत से सफाई उपस्करों की खरीदारी की है.
इसके बावजूद लाखों रुपये वाहन के भाड़ा मद में खर्च करना यह दर्शाता है कि निगम प्रशासन किस रूप में सफाई पर खर्च कर रहा है. निगम प्रशासन ने जो 16 ऑटो टीपर गाड़ी खरीदी है, उसके निबंधन पर 5 लाख 42 हजार 400 तथा उनके इंश्योरेंस पर 3 लाख 93 हजार 230 रुपये खर्च किया गया है.
इतना ही नहीं, नगर आयुक्त के लिए जो नयी स्कार्पियो गाड़ी खरीदी गयी है, उसके एसोसिरीज पर 33 हजार 142 तथा उसके इंश्योरेंस पर 26 हजार 496 रुपये खर्च किये गये हैं. नगर निगम की स्थायी समिति ने इन सभी एजेंडों पर स्वीकृति की मुहर लगा दी. इस तरह नये साल में हुई इस सशक्त स्थायी समिति की बैठक में केवल खर्च की ही स्वीकृति दी गयी. बैठक में सदस्य चंदा झा, सुनीता देवी आदि मौजूद थे. डिप्टी मेयर बदरूज्जमा खां बॉबी बैठक में नहीं थे.
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