एमआरएम में दो दिनी राष्ट्रीय सेमिनार कल से जुटेंगे नामचीन विशेषज्ञ
दरभंगा : भारतीय दर्शन के विकास में मिथिला का योगदान विषय पर यूजीसी संपोषित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार 29-30 नवंबर को एमआरएम कॉलेज में होगा. इसका आयोजन कॉलेज के दर्शन शास्त्र विभाग एवं सीएम कॉलेज के संस्कृत विभाग संयुक्त रूप से करेगा.
यह जानकारी शुक्रवार को प्रेसवार्त्ता के दौरान एमआरएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. विद्यानाथ झा व कार्यक्रम के संयोजक डा. आरएन चौरसिया ने संयुक्त रूप से दी. उन्होंने कहा कि सेमिनार का उद्घाटन लानामिवि के कुलपति प्रो साकेत कुशवाहा करेंगे.
इस सत्र में संस्कृत विवि के कुलपति डा. देवनारायण झा, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान तिरूपति के शैक्षिक संकायाध्यक्ष डा. राधाकांत ठाकुर एवं कर्णाटक के सत्य नारायण मजूमदार भाग लेंगे. इस सत्र के विशिष्ट अतिथि संस्कृत विवि के प्रति कुलपति डा. निलिमा सिन्हा होंगी. विषय प्रवर्त्तन दर्शन शास्त्र विभागध्यक्ष प्रो अमरनाथ झा करेंगे. मुख्य वक्ता पीजी संस्कृत विभागध्यक्ष प्रो रामनाथ सिंह होंगे. वहीं उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता आयोजक कॉलेज के प्रधानाचार्य स्वयं करेंगे.
चार सत्रों में आयोजित होनेवाले इस सेमिनार में करीब 150 शोध पत्र पढ़े जायेंगे एवं 41 आलेखों का ग्रंथ के रूप में तत्वयसि प्रथम भाग एवं शोध पत्रों का संक्षेपण स्मारिका प्रणव का लोकार्पण उद्घाटन सत्र में किया जायेगा. प्रेस वार्त्ता में डा. कृष्ण कुमार चौधरी, डा. शिखा वासिनी, डा. अमरनाथ झा, डा. अजय कुमार आदि मौजूद थे.