नयी दिल्ली : बिहार स्थित एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के बारे में माना जाता है कि उन्होंने पद प्राप्त करने के लिए अपनी शैक्षिक डिग्री के बारे में गलत सूचना देने के आरोपों को लेकर इस्तीफा दे दिया है. मोतिहारी के महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय (एमजीसीयू) के कुलपति अरविंद अग्रवाल अपने आवेदन में कथित रूप से झूठी सूचना देने को लेकर सरकार के राडार पर थे.
सूत्रों ने कहा कि अग्रवाल से जब आरोपों पर जवाब देने के लिए कहा गया तो उन्होंने गत सप्ताह मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अपना इस्तीफा सौंप दिया. मानव संसाधन विकास मंत्रालय अधिकारियों ने यद्यपि इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की कि उनके इस्तीफे का क्या हुआ. मंत्रालय को इस बारे में शिकायतें मिली थीं कि अग्रवाल ने पद प्राप्त करने के लिए विदेशी शिक्षा के बारे में झूठ बोला. उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने अपनी पीएचडी एक जर्मन संस्थान से की है, जबकि उन्होंने यह डिग्री राजस्थान विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी.
संपर्क किये जाने पर अग्रवाल ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया. वर्तमान सरकार ने फरवरी 2016 में उन्हें एमजीसीयू का पहला कुलपति नियुक्त किया था. अग्रवाल का चयन एक समिति द्वारा सौंपे गये तीन नाम की एक सूची से किया गया था.