19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दो बीडीओ सहित आठ पर कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल

कार्रवाई . संग्रामपुर की भटवलिया पंचायत का मामला अरेराज : अनुमंडल क्षेत्र के संग्रामपुर प्रखंड के तत्कालीन दो बीडीओ, एक सीडीपीओ, दो पंचायत सचिव व तत्कालीन मुखिया सहित आठ पर भटवलिया पंचायत में विभिन्न योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर निगरानी कोर्ट पटना में अनुसंधानकर्ता द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है. भटवलिया निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता […]

कार्रवाई . संग्रामपुर की भटवलिया पंचायत का मामला

अरेराज : अनुमंडल क्षेत्र के संग्रामपुर प्रखंड के तत्कालीन दो बीडीओ, एक सीडीपीओ, दो पंचायत सचिव व तत्कालीन मुखिया सहित आठ पर भटवलिया पंचायत में विभिन्न योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर निगरानी कोर्ट पटना में अनुसंधानकर्ता द्वारा आरोप पत्र दाखिल किया गया है.
भटवलिया निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह द्वारा वर्ष 2006 से पंचायत की योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर मुजफ्फरपुर निगरानी में आवेदन दिया गया था, जिसमें भटवलिया पंचायत में इंदिरा आवास आवंटन में धांधली, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका चयन में गड़बड़ी, किसानों के धान डीजल अनुदान राशि वितरण में गड़बड़ी, सोलर लाइट वितरण व आवंटन में गड़बड़ी, जनवितरण में कालाबजारी व शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी को लेकर निगरानी थाना पटना कांड संख्या 19 /14 दर्ज कराया गया था.
कांड के अनुसंधानकर्ता निरीक्षक रामनरेश प्रसाद सिंह द्वारा 28 जुलाई 17 को आरोप पत्र संख्या 67 /17 निगरानी कोर्ट में दाखिल किया गया, जिसमें संग्रामपुर प्रखंड के तत्कालीन बीडीओ इष्टदेव महादेव व दिनेश कुमार, तत्कालीन सीडीपीओ चंदन कुमार मंडल, तत्कालीन पंचायत सचिव शिव नारायण राम, नंदकिशोर सिंह, पूर्व मुखिया फुलमती देवी, पुत्र सुनील पासवान व इंदिरा आवास लाभार्थी उमरावती देवी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है. आरटीआइ कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2007 से पंचायत के सभी योजनाओं में लूट मची हुई थी, जिसको लेकर कई बार शिकायत किया गया लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं करने
पर सूचना के अधिकार से सभी
विभागों से सूचना एकत्रित कर मुजफ्फरपुर निगरानी कार्यालय में आवेदन दिया. निगरानी विभाग द्वारा जांच शाखा से जांच करायी गयी, लेकिन कार्रवाई में विलंब होने को लेकर उच्च न्यायालय में मामला दर्ज कराया गया. उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगरानी थाना में उक्त सभी पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर सभी योजनाओं में हुई लूट व लूट में शामिल पदाधिकारियों की साक्ष्य सहित कागजात प्रस्तुत किया. मामले में मुख्यमंत्री द्वारा डीजीपी से त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया, जिसके आलोक में निगरानी, थाना पुलिस निरीक्षक राम नरेश प्रसाद सिंह द्वारा उक्त सभी पर आरोप पत्र दाखिल किया गया. बहुत संघर्ष के बाद कार्रवाई हुई है.
प्रखंड की सीडीपीओ भी निगरानी जांच के घेरे में
डीजीपी के निर्देश के बाद हुई उक्त कार्रवाई
योजनाओं में गड़बड़ी को ले हुआ था मामला दर्ज

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें