* फॉरेंसिक की टीम ने बरामद किये बुलेट व खून के नमूने
बक्सर /डुमरांव : ग्रामीण कार्य विकास विभाग के कार्यालय में कार्यपालक अभियंता को चंद्र किशोर साहा को एक अपराधी ने देसी रिवाल्वर से गोली मारी है. इसका खुलासा शनिवार को डुमरांव पहुंचे फॉरेंसिक टीम ने जांच के बाद की है. घटनास्थल से टीम ने पांच बुलेट बरामद किया है.
टीम का कहना है कि तीन बुलेट देसी रिवाल्वर से फायर की गयी है, जबकि दो बुलेट सर्विस रिवाल्वर की है. ग्रामीण कार्य विकास विभाग में शुक्रवार को बाइक सवार दो अपराधियों ने एक की गोली मार कर हत्या कर दी तथा कार्यपालक अभियंता को गोली मार कर जख्मी कर दिया. इस घटना के बाद पुलिस ने कार्यालय को सील कर दिया था. शनिवार की दोपहर फॉरेंसिक की टीम राजकुमार के नेतृत्व में कार्यालय में जांच–पड़ताल शुरू की.
जांच के दौरान एसपी डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन, डीएसपी नुरूल हक, इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार और एसआइ प्रभात रंजन उपस्थित थे. फॉरेंसिक की टीम ने विभिन्न जगहों से पांच बुलेट इकट्ठा किया. टीम के राजकुमार ने बताया कि देसी कट्टा से फायर किये गये दो बुलेट में खून के निशान भी मिले हैं. वहीं कार्यालय के गलियारे में रखा गया गमला और दीवार से टीम ने रेगुलर रिवाल्वर का बुलेट बरामद किया है.
एसपी का कहना है कि यह गोली बॉडीगार्ड साजिद अहमद के सर्विस रिवाल्वर से फायर की हुई लगती है, जिसकी जांच की जा रही है. जांच के दौरान यह भी बात सामने आयी कि एक मात्र अपराधी ने कार्यपालक अभियंता के चैंबर में घुस कर गोली मारी है, क्योंकि तीनों गोली एक ही देसी कट्टे से फायर की हुई लगती है.
– अपराधियों का सेफ जोन बना रेलवे स्टेशन का इलाका
डुमरांव : रेलवे स्टेशन का इलाका अपराधियों का सेफ जोन बनता जा रहा है. शुक्रवार को स्टेशन के समीप ग्रामीण कार्य विभाग के दफ्तर में घुस अपराधियों ने दिन दहाड़े गोलीबारी कर पुलिस को चुनौती दी है. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और कार्यपालक अभियंता गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इससे पूर्व भी हनुमान मंदिर के समीप एक सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक विश्वनाथ सिंह की दिन में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.
फरवरी माह में पूर्वी गुमटी के समीप मोटरसाइकिल सवार त्रिलोकी पासवान को छिनतई के क्रम में अपराधियों ने गोली मार दी थी. रेलवे स्टेशन व आसपास के इलाकों में आधा दर्जन लूट, मोटरसाइकिल छिनैती की घटनाएं घटित हो चुकी है. रेलवे स्टेशन व आसपास की कॉलोनियों में पुलिस की गश्ती नहीं होने के कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ा है. ऐसे वारदातों से रेलवे यात्री सहित कॉलोनियों के लोग दहशत में है.
दिनदहाड़े हो रहे आपराधिक घटनाओं से सरकारी कर्मियों के बीच दहशत है. शुक्रवार को घटी घटना के बाद सरकारी कर्मी व शहरवासी हर हाल में शाम ढलने से पूर्व अपने घरों को लौट जाने के लिए बेताब नजर आय़े कर्मियों का मोबाईल स्वीच ऑफ होने या ट्रेन के विलंब होने पर परिजन देर रात जाग कर अपनों के आने का इंतजार कर रहे है. कई विभागों के दर्जनों कर्मचारियों का ट्रेनों से आना–जाना प्रतिदिन होता है. अनुमंडल कार्यालय, प्रखंड कार्यालय एवं बैंकों के कई कर्मचारियों का कहना है कि अब सुरक्षित घर तक पहुंच पाना भी मुश्किल लगने लगा है.