डुमरांव : पति को पत्नी अपना परमेश्वर मानती है, लेकिन एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिल कर पति दीपक की जिंदगी की इहलीला ही समाप्त कर दी. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही दीपक यादव हत्याकांड का उदभेदन कर लेने का दावा किया है. सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खानेवाली पत्नी किरण हत्यारिन निकली. अपने प्रेमी अटांव पंचायत के पीड़ियागांव निवासी छोटू यादव व उसके दो दोस्तों ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था.
बताया जाता है कि किरण अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की साजिश रची थी. इसमें छोटू व उसके सहयोगियों के साथ मिल कर दीपक को बेटी की तबीयत खराब होने की सूचना देकर डुमरांव बुलाया था. रात में जब सब लोग खानाखाकर सो गये, तो किरण और उसके आशिक छोटू ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर दीपक की हत्या कर दी. पुलिस के समक्ष पहले तो किरण खुद को बेकसूर बताते हुए बेहोश होने का नाटक कर रही थी. लेकिन, जब पुलिस ने अपने ढंग से पूछताछ की, तो सच्चाई की परत दर परत खुलती चली गयी. किरण ने पुलिस को जो सच्चाई बतायी, उससे एक पल तो पुलिस को भी विश्वास नहीं हुआ. लेकिन, दीपक की घर में हुई मौत तथा किरण के चरित्र को पहले से दागदार बताते हुए उस पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंच चुकी थी कि दीपककी हत्या किरण ने ही करायी है. पुलिस ने उससे पूछताछ कर रविवार को उसे जेलभेज दिया.
मां के साथ रहेगी दुधमुंही बच्ची जेल में
दीपक यादव हत्याकांड में गिरफ्तार पत्नी किरण देवी के साथ उसकी छह माह की दुधमुंही बेटी भी जेल में रहेगी. मां किरण की करतूत ने बच्ची के सिर से बाप का साया तो छिन ही लिया, उसके किये की सजा अब मासूम को भी भुगतनी पड़ेगी. बता दें कि दो वर्ष पूर्व दीपक व किरण की शादी बड़े धूमधाम से हुई थी. छह माह पहले दीपक-किरण से बेटी हुई. लेकिन, इतनाहोने के बावजूद किरण का अपने प्रेमी के प्रति लगाव बना रहा. शुक्रवार की रात किरण ने घटना को अंजाम की परवाह किये बिना अपने आशिक का साथ दे दिया.