डुमरांव. इन दिनों डुमरांव की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गयी है. कारण शहर में नो एंट्री टूटते ही भयंकर जाम लग जाता है. सुबह से रात 10 बजे तक शहर में भारी वाहनों की प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है, ताकि शहर में जाम न लग पाए. इसके लिए बकायदा प्रशासन के द्वारा नो एंट्री लगाकर उसे सख्ती से पालन कराया जा रहा है. लेकिन रात के 10 बजते ही नो एंट्री खत्म हो जाती है. मालूम हो कि नगर से पहले टेढ़की पुल के बाद इधर नो एंट्री जोन शुरू हो जाता है. हांलांकि टेढ़की पुल से लेकर कोराना सरैया तक बालू लदे ट्रक, ट्रेलर चालक खड़े होकर नो एंट्री खत्म होने का इंतजार करते हैं. वैसे ही इधर पुराना भोजपुर अंडर पुल बाइपास से पहले बड़ी वाहन नो एंट्री खत्म होने का इंतजार करती है. जैसे ही यह नो एंट्री टूटती है शहर में दोनों तरफ से ट्रक का लंबा कतार लग जाता है और शहर में भयंकर जाम लग जाता है. स्थानीय निवासी राजीव भगत ने बताया कि नो एंट्री खत्म होते ही शहर में भयंकर जाम तो लगता ही है, साथ ही साथ वाहनों के प्रवेश करने पर पुरा शहर धूल से ढक जाता है. पूरे दिन तो धूल उड़ाता ही है, रात में तो सारा शहर धूल से पट जाता है. उन्होंने बताया कि अगर भूल बस रात में खिड़की खुली छूट गयी तो सुबह कमरा में धूल की परत बैठ जाती है. उन्होंने बताया कि अगर जाम की समस्या स्थायी रूप से खत्म करना है, तो इसके लिए प्रशासन को बाइपास रोड का निर्माण कराना चाहिए. मालूम हो कि बाइपास रोड का निर्माण होने पर टेढ़की पुल से ही भारी वाहन कटकर निकल जायेगी जिससे शहर में जाम की समस्या खत्म हो जायेगी.
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