डुमरांव: प्रखंड के कोरानसराय स्थित एक सभागार में किसानों की समस्या को लेकर एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में कोरानसराय, दखिनाव, कचैनिया, नवाडिह, आदि गावों के किसान उपस्थित रहे. बैठक की अध्यक्षता किसान मोहन तिवारी व संचालन किसान नेता संतोष दूबे ने किया. बैठक में उपस्थित किसानों ने राज्य सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ बारिश की कमी है तो वही दूसरी तरफ बारिश कम होने के चलते किसानों को काफी कष्ट उठाना पड़ रहा है.
जबकि, राज्य सरकार के गलत नीतियों के कारण आज कोरानसराय-डुमरांव राजवाहा लाइन में जहां पानी नही है तो वही डुमरांव-सिकरौल राजवाहा में प्रयाप्त मात्रा में पानी नही छोड़े जाने के कारण कोरानसराय क्षेत्र के सैकड़ो किसानों की खेत परती पड़ जाने की आशंका बनी हुयी है. जिसके चलते किसानों को खेती की बेहतर आस में अभी से ही पसीने छुट रहे है.
वहीं, किसान नेता संतोष दूबे ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पीछले दिनों थोड़ी बहुत बारिश तो हुयी, लेकिन ज्यादातर किसान अभी भी वर्षा होने तथा नहरों में भरपूर पानी आने का इंतजार कर रहे है. इस हालत में किसी तरह किसान अपने बिचड़े को भाड़े पर डीजल पंप के सहारे जिंदा रख रहे है, ताकि कही भगवान इंद्रदेव की कृपा हो जाएं तो धान की रोपनी हो जायेगी.
संतोष दूबे ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर राजवाहा के दोनों छोर में भरपुर मात्रा में पानी नही छोड़ा गया तो राज्य सरकार के विरूद्व क्षेत्र के किसान कोरानसराय चैक पर चक्का जाम कर राज्य सरकार को घेरने का काम करेंगे. मौके पर किसान सुदर्शन यादव, हृदयानंद पांडेय, श्याम बिहारी दूबे, राजेश मिश्र, उमाकांत तिवारी, भिरंग यादव, कन्हैया महतो, सुबास सिंह, मोहन सिंह, हरेन्द्र नाथ तिवारी, गोपाल जी तिवारी सहित सैकड़ो लोग शामिल थे.