आरा : भोजपुर जिले में छह माह के अंदर चार बड़ी घटनाएं घट चुकी हैं. बावजूद इसके छापेमारी करने जाती पुलिस की छोटी सी चूक के कारण आक्रोश का शिकार होना पड़ता है. इसी माह में बड़हरा में एक छोटी-सी भूल के कारण इतनी बड़ी घटना घटी, जिसमें आक्रोशित लोगों ने थाने को आग के हवाले कर दिया. वहीं बीते वर्ष धनगाई थाना क्षेत्र के चकवा गांव में सितंबर माह में हुई पुलिस बल पर हमला के बाद भी धनगाई थाना पुलिस ने रविवार को गलती दुहरायी.
वहीं सहार थाने के एकवारी में हुई एक युवक की हत्या के मामले में मौके पर पहुंचे पुलिस बल पर आक्रोशित लोगों ने हमला बोल दिया था. बता दें कि तीन माह के भीतर तीसरी घटना प्रतिवेदित हो चुकी है. बताया जा रहा है कि धनगाई थाने के केसरी टोला गांव में लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार हो रहा था. रविवार की रात धनगाई थाना पुलिस बिना तैयारी छापेमारी करने चली गयी, जिसके कारण इस तरह के हादसा हुआ. बड़हरा में भी पुलिस ने शुरुआती दौर में पूरे मामले को हल्के में ले लिया, जिसके कारण बड़ी घटना घटी.
कब, कहां और कैसे हुई घटना : सितंबर माह में धनगाई के चकवा में शराब को लेकर छापेमारी करने गयी पुलिस पर धंधेबाजों ने हमला कर दिया. इस घटना में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था.
बीते वर्ष दिसंबर माह में एक अधेड़ के मौत के बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सनदिया गांव में मौके पर पहुंची पुलिस को आक्रोशित लोगों ने अपना शिकार बनाया. इस दौरान पुलिस बल पर ईंट- पत्थर भी चले थे. सहार के एकवारी गांव में 29 जनवरी को प्रिंस कुमार नामक एक युवक की हत्या के मामले में मौके पर पहुंची पुलिस बल पर आक्रोशित लोगों ने हमला बोल दिया. इस मामले में पुलिस ने कई नामजद व अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था. वहीं बड़हरा में पांच मार्च को छेना ततवा की मौत से गुस्साये लोगों ने बड़हरा थाने को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान थाना में जब्त कई गाड़ियों को भी आक्रोशित लोगों ने निशाना बनाया.
तीनों बार पुलिस को भागने पड़े उल्टे पांव
इस माह में बड़हरा में हुआ भीषण बवाल
धनगाई के चकवा, सहार के एकवारी एवं मुफस्सिल के सनदिया गांव में भी हो चुके हैं पुलिस पर हमले