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मानव शृंखला में कोताही अफसरों पर पड़ेगी भारी

आयोजन की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने दी चेतावनी ऐसी तैयारी करें कि मानव शृंखला हो ऐतिहासिक : जिलाधिकारी आरा : कृषि भवन सह समाहरणालय सभागार में 21 जनवरी को मानव शृंखला निर्माण की तैयारी की समीक्षा बैठक मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में […]

आयोजन की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने दी चेतावनी

ऐसी तैयारी करें कि मानव शृंखला हो ऐतिहासिक : जिलाधिकारी
आरा : कृषि भवन सह समाहरणालय सभागार में 21 जनवरी को मानव शृंखला निर्माण की तैयारी की समीक्षा बैठक मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में मानव शृंखला को ऐतिहासिक बनाने के लिए गहन मंथन किया गया और अधिकारियों को पूरी तरह से तैयारी में लगे रहने को कहा गया. जिलाधिकारी ने जिले के समस्त पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्पष्ट रूप में निर्देश दिया वह ऐसी तैयारी करें कि भोजपुर जिले में मानव शृंखला को ऐतिहासिक सफलता प्राप्त हो सकें. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि किसी भी पदाधिकारी व कर्मचारी द्वारा कोताही बरतना,
उनके लिए महंगा साबित होगा. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार निर्वाचन कार्य की तैयारी समय सीमा के अंदर पूरे मन से करते हैं, उसी प्रकार मानव शृंखला निर्माण की तैयारी हम करें, जिसमें अधिकाधिक जन भागीदारी सुनिश्चित हो सके. बैठक में उप विकास आयुक्त इनायत खान, अपर समाहर्ता सुरेंद्र प्रसाद, नगर आयुक्त प्रमोद कुमार, निदेशक डीआरडीए राजेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक मो साजिद अंसारी सहित प्रशासन व पुलिस के पदाधिकारी उपस्थित थे.
माइक्रो प्लानिंग की गयी तैयार : जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ अंचल अधिकारी, थानाध्यक्ष व पुलिस निरीक्षक एवं सीडीपीओ को प्रखंड वाइज बैठाकर मानव शृंखला निर्माण के लिए माइक्रो प्लानिंग तैयार की गयी. संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी यह टास्क दिया गया कि वह अपने अधिनस्थ संबंधित पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर माइक्रो प्लानिंग तैयार करें. उन्होंने बताया कि प्रत्येक 200 मीटर पर एक कॉर्डिनेटर लगाये जायेंगे तथा 5 कॉर्डिनेटर एक किमी पर एक सेक्टर बनाया जायेगा. प्रत्येक सेक्टर के बाद जोनल व सुपर जोनल बनाया जायेगा.
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को कॉर्डिनेटर की सूची देने का निदेश : जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा की प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष मानव शृंखला निर्माण के लिए पूरी तरह जवाबदेह होंगे. उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अपने संबंधित पदाधिकारी के साथ पूरी तरह समन्वय स्थापित कर समय रहते आने वाली समस्या को दूर करें. इसकी समीक्षा जिलाधिकारी प्रत्येक दो दिनों के अंतराल पर करेंगे. इससे संबंधित कार्य किसी भी पदाधिकारी अथवा कर्मचारी को दिया जाये तो वे बिना किसी बहाना के उसे पूरा करेंगे.
300 किमी क्षेत्र तक रहेगी मानव शृंखला : उन्होंने संबंधित पदाधिकारी यथा-सीडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, थानाध्यक्ष सहित अन्य सभी पदाधिकारियों को आह्वान से किया कि अगर उनके मन में कोई सकारात्मक आइडिया हो तो वे बिना किसी संकोच के बतायें, जिला प्रशासन उस पर विचार करेगी. उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 300 किमी क्षेत्र में मानव शृंखला के निर्माण के लिए पर्याप्त मानव संसाधन की आवश्यकता होगी. प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने प्रखंड क्षेत्र के सभी जन प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों सहित सभी वर्गों के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें मानव शृंखला के निर्माण में भागीदारी के साथ-साथ अन्य लोगों को भी शामिल करने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया. इसी प्रकार जिला एवं अनुमंडल स्तर पर भी बैठक करने का निर्देश दिया गया.
पार्टी के झंडा व चिन्ह पर रहेगी मनाही : मानव शृंखला में शामिल लोगों से अनुरोध किया गया कि वे किसी भी राजनैतिक प्रतीक चिन्ह या झंडा के बिना इसमें शामिल होंगे. साथ ही वर्ग 05 से ऊपर के छात्रों को ही मानव शृंखला में लगाया जाना है.
शृंखला रूट पर स्वास्थ्य व पेयजल की रहेगी व्यवस्था : जिले के सभी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा व्यवस्था के लिए प्रभारी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि वे चिकित्सा कर्मियों व चिकित्सक को दवा एवं एंबुलेंस के साथ पूरी तरह तैयार रखें. रूट पर पेयजल की भी व्यवस्था करें.
मानव शृंखला को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करते जिलाधिकारी.

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