भागलपुर : बिहार के भागलपुर में कहलगांव थाना क्षेत्र में विगत फरवरी 2018 में हुए संजीव शर्मा हत्याकांड मामले के आरोपित जेल में बंद विचाराधीन कैंदी मुन्ना यादव (25) की मौत रविवार देर रात हो गयी. विगत दो माह से हत्यारोपित मुन्ना यादव के ब्लड कैंसर का इलाज मायागंज अस्पताल के कैदी वार्ड में चल रहा था. जहां इलाज के दौरान रविवार देर रात उसकी मौत हो गयी. परिजनों का फर्द बयान दर्ज कर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम करा उसके परिजनों को सौंप दिया गया.
पोस्टमार्टम पहुंचे मृतक मुन्ना यादव के बड़े भाई पप्पू यादव ने बताया कि एक वर्ष पूर्व कहलगांव क्षेत्र में हुए संजीव शर्मा हत्याकांड मामले में पुलिस ने मुन्ना को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. जहां जेल में रहने के बाद ही वह बीमार पड़ गया. डाॅक्टरी जांच में मुन्ना को ब्लड कैंसर होने की बात सामने आयी. जिसके बाद जेल प्रबंधन द्वारा पहले उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां कुछ दिन पहले ही उसकी हालत बिगड़ने के बाद उसे पटना स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था. मुन्ना यादव का कीमो थेरेपी से इलाज किया गया था. कीमो के बाद उसे वापस मायागंज अस्पताल भेज दिया गया. जहां अचानक रविवार देर रात उसकी मौत हो गयी.
बेल हो गया था रिजेक्ट
एक वर्ष पूर्व हत्याकांड मामले में गिरफ्तार किये जाने के बाद मुन्ना यादव द्वारा भागलपुर न्यायालय में बेल पीटिशन फाइल किया गया था. जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था. उसके बाद मुन्ना यादव द्वारा बेल के लिये हाइकोर्ट में अपील किया था. परिजनों ने बताया कि मेडिकल ग्राउंड के आधार पर भी उन्होंने बेल देने की अपील की थी.