औरंगाबाद कार्यालय : कांग्रेस नेता अरविंद शर्मा द्वारा डीजल अनुदान की राशि लौटाये जाने की जो बात समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई है, इस पर जदयू ने उनके बयान को हास्पद बताते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं का जमीन से जब पांव उखड़ने लगा है, तो सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अखबार का सहारा लेने लगे हैं.
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रवींद्र कुमार सिंह व खुदवां गांव के किसान व जदयू नेता विनय शर्मा ने कहा है कि अरविंद शर्मा ने जो डीजल अनुदान की राशि लौटाने की बात कही है, तो उन्हें यह पूरी तरह जानकारी होगी कि डीजल अनुदान की राशि तभी किसी किसान को मिलता है, जब वह अपने जमीन का मालगुजारी रसीद, अनुदान के लिए आवेदन, पेट्रोल पंप से खरीदे गये डीजल की रसीद व अपनी तसवीर सहित अन्य कागजात जमा करते हैं.
बिना कागजात जमा किये डीजल अनुदान की राशि नहीं मिलती. हम दोनों भी किसान हैं, लेकिन हम जानते थे कि यह राशि सुखाड़ क्षेत्र का है, तो आवेदन नहीं दिया और वे नहरी क्षेत्र के होते हुए भी आवेदन दिये. लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए डीजल अनुदान की राशि को लौटाने का नाटक किया.