पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने आरोप लगाया कि देश के बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाकर कांग्रेस और भाजपा जो सपने बेचने का काम कर रहें हैं उससे देश का भला होने वाला नहीं है.
वामदलों की अगुआई में संसद के भीतर बनने वाले नए ब्लाक की आज नई दिल्ली में हुई बैठक में शामिल होकर पटना पहुंचे शरद ने आरोप लगाया कि देश के बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाकर कांग्रेस और भाजपा हकीकत में न बदल सकने वाले जो सपने बेचने का काम कर रहें हैं उससे देश का भला होने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 30 अक्तूबर को जो 14 पार्टियां का सम्मेलन हुआ था उस दिशा में संसद के भीतर एक संघीय मोर्चा :फेडरल फ्रंट: बनाने को लेकर यह दूसरा कदम है.
शरद ने बताया कि इस मोर्च का नाम चाहे जो भी रख दें पर यह संघीय मोर्चा है और यह सामूहिक रुप से कार्य करेगा. उन्होंने बताया कि पिछली बार की तरह भी इस बैठक में 14 पार्टी के लोग शामिल हुए थे और यह मोर्चा देश को चुनौतियों को लेकर संसद के भीतर कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम बनाकर इस मोर्चे को संगठित किया जाएगा और जिन मुद्दों को लेकर पूर्व में दो बार भारत बंद आयोजन किया गया था. इन्हीं मुद्दों को लेकर आगे चलेंगे.भाजपा पर प्रहार करते हुए शरद ने कहा कि पूर्व में वह हमारे साथ पर पिछले कुछ महीनों से हमारे सम्मिलित संघर्ष का लाभ अकेले हासिल करने के लिए उसने अपना रास्ता अलग बना लिया.
उन्होंने कहा कि केंद्र की संप्रग सरकार को चाहे वह संसद के भीतर या बाहर हो जिस प्रकार से हमलोगों ने घेरा था उसका लाभ भाजपा अकेला लेना चाहती थी। अगर ऐसा नहीं होता तो हमको उनसे एतराज नहीं था. शरद ने कहा कि भाजपा ने जो रास्ता चुना हुआ है वह ठीक नहीं है, क्योंकि वह सबको साथ लेकर चलना नहीं चाहती है. यह पूछे जाने पर कि इस मोर्चे का नेतृत्व कौन करेगा और किसे कौन-कौन पद दिया जाएगा शरद ने कहा कि कौन किस पद को धारण करेगा इसका प्रश्न नहीं है बल्कि सबसे पहले गोलबंद होकर देश को मुद्दों की ओर ले जाएंगे.
यह पूछे जाने पर कि क्या इस मोर्चे में शामिल पार्टियां एकसाथ मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लडेंगी शरद ने कहा कि यह गोलबंदी उसको लक्ष्य करके हो रही है. वामदल और हम मिलकर पूर्व में तीन बार सरकार बना चुके हैं और बेशक उसे गिरा दिया गया हो. इसमें शामिल दलों के चुनाव में सीटों के तालमेल और गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर शरद ने कहा कि अभी तो दूसरा ही कदम उठाया है और आप अंतिम कदम की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई नया दल तो बनाना नहीं है ये सभी 14 दल सक्रिय हैं और उनके कार्यक्रम कांग्रेस और भाजपा से ज्यादा हो रहे हैं.
नरेन्द्र मोदी के इसमें शामिल दलों के शासन वाले राज्यों को पिछड़ा बताने के बारे में शरद ने उन पर सपने बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपने बेचे नहीं जाते उसे हकीकत का स्वरुप दिया जाता है. शरद यादव ने कांग्रेस और भाजपा पर आपस में ‘बुरे स्वाद वाली कव्वाली’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी हवा का रुख या उनकी रैलियों में इकत्र होने वाली भीड क्या दिखाएंगे. हम 40 साल से भीड देख रहे हैं और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के साथ देश में घूमेंगे. शरद ने कहा कि हम पैसे के बल पर रैलियां न पहले आयोजित करते थे और आगे भी ऐसा नहीं करेंगे. जो भी पार्टियां रैलियों पर खर्च करने के लिए इतनी अधिक राशि कहां से ला रही हैं यह मीडिया का काम है कि उन्हें बेनकाब करना चाहिए.
बिहार में सत्ताधारी जदयू में शामिल मंत्री परवीन अमानुल्लाह के मंत्री, विधायक और जदयू से इस्तीफा दे दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर शरद ने कहा कि इसबारे में वे पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही कोई टिप्पणी करेंगे. राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने पर पार्टी नेता शिवानंद तिवारी के बागी तेवर के बारे में पूछे जाने पर शरद ने कहा कि पार्टी तो लोगों का समूह और संगठन है और उसमें कई बार संघर्ष एवं समन्वय रहता है और कभी-कभी खटपट भी होती है. यह तो कोई फौज नहीं है कि सबको पूरी तरह अनुशासन में बांधकर रखा जाए.

