खगड़िया/पटना : रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी ने बिहार के खगड़िया जिले के धमारा घाट रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह हुए रेल हादसे के लिए बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है और कहा कि इस दुर्घटना में 28 लोगों की जान गयी हैं, जबकि नौ घायल हुए हैं.
खगड़िया में घटनास्थल का निरीक्षण करने और इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से वहां बीती रात अस्पताल में मुलाकात करने के बाद पटना लौटे चौधरी ने मंगलवार की सुबह एयरपोर्ट पर पत्रकार वार्ता में इस हादसे पर दुख जताया.
कहा कि धमारा घाट रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कात्यायनी मंदिर जाने के लिए अगर सड़क होती, तो लोगों को रेल पटरी पर चल कर वहां जाने की नौबत नहीं आती और यह हादसा नहीं होता.
उधर, रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को लोकसभा में रेल हादसे पर एक वक्तव्य देकर कहा कि सोमवार को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मैं काफी दुखी हूं, जिसमें रेलपथ पार करते हुए गाड़ी से कुचले जाने के कारण कुछ यात्रियों की मौत हो गयी और कुछ घायल हो गये.
इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार की आपदा मंत्री रेणु कुशवाहा ने खगड़िया पहुंच कर वहां अस्पताल में घायलों से मिली. उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायल हुए लोगों के इलाज में कोताही नहीं बरदाश्त की जायेगी. ट्रेनों का परिचालन शुरू: इस बीच पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों को बताया कि
सहरसा–मानसी रेलखंड पर सोमवार रात से ही ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन के चालू होने में समय लगेगा. मधुरेश ने कहा कि ट्रेन के चालक राजाराम पासवान और सुशील सूमन जिनकी आक्रोशित लोगों द्वारा पिटाई की गयी थी, उनका इलाज जारी है. उन्होंने बताया कि रेल राज्य मंत्री ने लोगों को सतर्क करने के लिए धमारा घाट रेलवे स्टेशन पर लाउड स्पीकर लगाये जाने का निर्देश दिया है.
अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज: ट्रेन के इंजन और बोगियों में आग लगाने तथा धमारा स्टेशन पर तोड़फोड़ करने को लेकर मानसी रेलवे स्टेशन स्थित रेल पुलिस थाना में अज्ञात लागों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. रेल पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मिश्र ने बताया कि उक्त प्राथमिकी धमारा घाट स्टेशन के डीएसपी वीके वर्मा द्वारा दिये गये बयान के आधार पर की गयी है.