भुवनेश्वर : चार बार की चैम्पियन पाकिस्तान ने बुधवार को यहां पुरुष हॉकी विश्व कप के पूल डी में मलेशिया से 1-1 से ड्रॉ खेला. जिससे दोनों टीम नाकआउट दौर में जगह बनाने की दौड़ में बरकरार हैं.
पाकिस्तान टीम ने 51वें मिनट में मोहम्मद अतीक के गोल से बढ़त हासिल की जिसकेने चार मिनट बाद मलेशिया ने पेनल्टी कार्नर पर फैजल सारी के गोल की बदौलत बराबरी हासिल की, जिससे दोनों टीमें टूर्नामेंट में बनी हुई हैं.इस ड्रॉ का मतलब है कि पाकिस्तान और मलेशिया का नाकआउट दौर की दौड़ में मौका बना हुआ है, क्योंकि दोनों के दो दो मैचों में एक एक अंक हैं. जर्मनी की टीम पूल में छह अंक लेकर नीदरलैंड और पाकिस्तान से आगे शीर्ष पर है.
मलेशियाई टीम खराब गोल अंतर के कारण अंतिम स्थान पर काबिज है. पाकिस्तान को इससे पहले जर्मनी से एकमात्र गोल से हार मिली थी, जबकि मलेशिया को नीदरलैंड ने 0-7 से पराजित किया था. पाकिस्तानी टीम पूल मुकाबलों का अंत नौ दिसंबर को नीदरलैंड के खिलाफ मुकाबले से करेगी, जबकि मलेशिया का गोल अंतर माइनस सात है, जिसे इसी दिन जर्मनी से कड़ी चुनौती मिलेगी.
दुनिया की 12वें नंबर की टीम और 13वें नंबर की पाकिस्तान के बीच मुकाबले में दोनों में कुछ भी चीज अलग नहीं थी. मलेशिया ने तीसरे ही मिनट में दो पेनल्टी कार्नर हासिल कर अच्छी शुरुआत की, लेकिन दोनों प्रयास विफल रहे.फिर पाकिस्तान ने पेनल्टी कार्नर हासिल किया, पर अलीम बिलाल की ड्रैग फ्लिक को मलेशियाई गोलकीपर कुमार सुब्रमण्यम में गोल में तब्दील होने से रोक दिया. नौंवे मिनट में मलेशिया गोल करने के करीब आ गया था, लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने एक और शानदार बचाव कर रजी रहीम का शाट गोल से दूर कर दिया.
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अंत में यह अनुभव का ही मुकाबला रह गया, अनुभवी सुब्रमण्यम ने तस्वर अब्बास के मिडफील्ड से किये गये पास पर रिवर्स फ्लिक को बेहतरीन तरीके से नाकाम किया. पाकिस्तान ने ज्यादातर सेंटर से हमले किये जिसमें से 80 प्रतिशत शाट सर्कल के अंदर से लगे थे, जबकि मलेशियाई टीम दायीं ओर से जगह ढूंढने के लिये प्रयासरत रही.
फैजल सारी ने मलेशिया के लिये चौथा पेनल्टी कार्नर 23वें मिनट में हासिल किया, लेकिन बट फिर से उनके लिये बाधा बन गये. दोनों टीमों ने तेजी और चतुराई से एक दूसरे के खेमे में सेंध लगाने के प्रयास किये, पर दोनों इन्हें बाक्स के अंदर नहीं पहुंचा सकी.
हाफ टाइम के दो मिनट पहले उमर भुट्टा ने पाकिस्तान को दूसरा शार्ट कार्नर दिलाया पर बिलाल की ड्रैग फ्लिक रनर के पैर में टकरा गयी, जिससे उन्हें एक और मौका मिला पर उन्होंने इसे गंवा दिया. पहले दो क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ. तीसरे क्वार्टर के दस मिनट बाद मलेशिया ने चौथा पेनल्टी कार्नर हासिल किया, पर यह भी फलदायी साबित नहीं हुआ.अंत में पाकिस्तान को 51वें मिनट में सफलता मिली, जिसमें कप्तान मोहम्मद रिजवान का परफेक्ट पास अतीक के पास पहुंचा जिन्होंने इसे 360 डिग्री की स्पिन से गोल में पहुंचाने में जरा गलती नहीं की और सुब्रमण्यम देखते रह गये.मलेशियाई टीम में
गोल के लिये बेताब दिखी क्योंकि टूर्नामेंट में बने रहने के लिये यह जरूरी था. हूटर से पांच मिनट पहले ही उनका प्रयास सफल रहा जब उन्हें पांचवां पेनल्टी कार्नर मिला और सारी ने बॉल को ऊंचा उठाकर पाकिस्तानी गोल में पहुंचाया और अंक बांटने में कामयाबी हासिल की.