मीरपुर : स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने स्वीकार किया कि एशिया कप टी20 में उन्होंने जिस पाकिस्तानी आक्रमण का सामना किया वह तेज गेंदबाजी का सबसे चुनौतीपूर्ण स्पैल था लेकिन उन्होंने खुशी जतायी कि आखिर में वह अपनी टीम को पांच विकेट से जीत दिलाने में सफल रहे.
कोहली ने मैच में विषम परिस्थितियों में 51 गेंदों पर 49 रन बनाये. उन्होंने कहा, ‘‘यह सबसे कड़ी चुनौती पेश करने वाला गेंदबाजी स्पैल था. सभी ने बेहतरीन गेंदबाजी की लेकिन मोहम्मद आमिर का जवाब नहीं था. उनके सभी गेंदबाजों ने हमारे बल्लेबाजों को काफी दबाव में ला दिया था. ” उन्होंने बीसीसीआई.टीवी से कहा, ‘‘यह टिककर खेलने और खुद पर विश्वास बनाये रखने से जुड़ा था.
यदि आपको आपको गेंद को रक्षात्मक तरीके से खेलना था या उसे छोड़ना तो इसके लिये सकारात्मक बने रहना जरुरी था.” भारत के सामने 84 रन का लक्ष्य था लेकिन स्पाट फिक्सिंग से जुडे आमिर ने बेहतरीन गेंदबाजी की. उन्होंने पहले ओवर में भारत के दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट करके अपने दूसरे ओवर में सुरेश रैना को भी पवेलियन भेज दिया था. कोहली ने ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने के बारे में कहा, ‘‘बल्लेबाज के रुप में आपको अजीबोगरीब संतुलन बनाये रखना पड़ता है. आपको सकारात्मक मानसिकता रखनी होती है और साथ ही आप ढीला शाट भी नहीं खेल सकते हो. ”
कोहली ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि इस खतरनाक पिच पर एक अच्छे तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने वह टीम को जीत दिलाने में सफल रहे. उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह बेहद चुनौतीपूर्ण पारी थी. मेरा मानना है कि कम लक्ष्य का पीछा करना हमेशा मुश्किल होता है जबकि आपके तीन विकेट आठ रन पर निकल गये हो और गेंद तेजी के साथ स्विंग ले रही हो. वहां से पारी संवारना आसान नहीं था. ”
कोहली ने कहा, ‘‘इस तरह की पिचों पर खेलना मेरे लिये एक सीख है. जब आप इस तरह की स्थिति में हो तब आप क्रीज पर खडे होकर सबसे बेहतर सीख सकते हो. इससे बेहतर सबक कुछ नहीं हो सकता. ” कोहली उन गैर पाकिस्तानी क्रिकेटरों में हैं जिन्होंने आमिर की वापसी का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी गेंदबाजों विशेषकर मोहम्मद आमिर ने जिस तरह से गेंदबाजी की उससे वे प्रशंसा के पात्र हैं. उस स्पैल को खेलने में मजा भी आया. उसने मेरी कड़ी परीक्षा ली. उसमें सफल रहने से एक बल्लेबाज के रुप में मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है. मुझे खुशी है कि मैं टीम की सफलता में योगदान दे पाया और दबाव वाले मैच में जीत दर्ज करके हमेशा अच्छा लगता है. ”