लीड्स : भारत के सहायक कोच संजय बांगड़ ने आलोचकों के कोपभाजन बने महेंद्र सिंह धौनी का बचाव करते हुए कहा कि लगातार विकेट गिरने से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में खुलकर खेलने का मौका नहीं मिला.
पूर्व कप्तान धौनी को लाडर्स पर धीमी पारी के लिये काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है. उन्होंने 59 गेंद में 37 रन बनाये लेकिन कप्तान विराट कोहली और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने उनका बचाव किया था. बांगड़ ने कहा, हमारे पास आठवें, नौवे या दसवें नंबर पर बल्लेबाजी में गहराई नहीं है. कुछ विकेट गिरने पर खुलकर खेलना मुश्किल हो जाता है.
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इंग्लैंड के गेंदबाजों को श्रेय दिया जाना चाहिये जिन्होंने हमें बांधे रखा और इसी वजह से रन नहीं बन रहे थे. तीसरा और निर्णायक वनडे कल हेडिंग्ले में खेला जायेगा. बांगड़ ने कहा , वह उम्मीद कर रहे थे कि कोई उनके साथ टिककर खेलेगा और हम उम्मीद कर रहे थे कि वह 40वें ओवर तक खेलेंगे. हर बार जब वह आक्रामक होने की कोशिश करते तो दूसरे छोर से विकेट गिर जाता. पहले रैना , फिर हार्दिक और उसके बाद कोई बल्लेबाज बचा ही नहीं.
उन्होंने कहा , हमारे मध्यक्रम को ज्यादा बल्लेबाजी की जरूरत ही नहीं पड़ती क्योंकि शीर्षक्रम ही काफी रन बना लेता है. उनमें से सभी खेल के हर प्रारूप में नहीं खेलते हैं तो कई बार सीधे मैच में उतरना होता है. के एल राहुल दूसरे वनडे में नाकाम रहे और भारत मध्यक्रम में बदलाव पर सोच सकता है.
बांगड़ ने कहा , मध्यक्रम में एक खब्बू बल्लेबाज चाहिये. यही वजह है कि कार्तिक पर रैना को तरजीह दी गई. टी20 में भी केएल ने तीसरे और विराट ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की. विराट ने पिछली शृंखला में तीसरे नंबर पर पांच में से तीन मैचों में शतक लगाये थे.
उन्होंने कहा , हमें खिलाड़ियों की उपलब्धत और फिटनेस देखनी होगी. अंबाती रायुडू मध्यक्रम का अच्छा बल्लेबाज है लेकिन फिटनेस टेस्ट में नाकाम रहा. आगे फिटनेस टेस्टमें पास होने पर वह दावेदार हो सकता है.