देहरादून : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में पॉलिटिक्स ऑफ परफारमेंस का युग शुरू किया है. दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे के अंतिम दिन यहां संवाददाताओं से शाह ने कहा कि 2014 में हमारे सत्ता संभालते समय और वर्तमान में हो रही चीजों की अगर आप तुलना करें, तो आपको एक बड़ा परिवर्तन दिखायी देगा. शाह ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर 12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों में फंसे होने और नीतिगत मामलों में लकवा पीड़ित होने का आरोप लगाया. उन्होंने राहुल गांधी पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि हम अपने तीन साल के कामकाज का जवाब देने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें (राहुल गांधी) अपनी तीन पीढ़ियों के काम-काज का जवाब देना चाहिए.
भारत व चीन तय करेंगे कैसी होगी नयी दुनिया
राहुल का मानना है कि भारत व चीन तय करेंगे कि दुनिया किस तरह नया रूप लेगी. भारत व चीन दो बड़े देश हैं, जो खेती करनेवाले देशों से आधुनिक शहरी मॉडल देश बन रहे हैं. यह विश्व जनसंख्या का बड़ा हिस्सा है. ये दोनों देश मूल रूप से दुनिया को नया आकार देंगे. भारत को यह देखना है कि कैसे रोजगार लाएं. असल में हमारा मुकाबला चीन से है. फिलहाल भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं है.
यूपीए नहीं दे पाया नौकरी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत हो या अमेरिका, बेरोजगारी ही दुनिया की मुख्य समस्या है. यही वजह है कि नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं को लोगों ने चुना. फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेरोजगारी को दूर करने के लिए काम नहीं कर रहे हैं. इस मुद्दे से ध्यान भटका देते हैं और किसी ओर पर उंगली उठा देते हैं. प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ बातचीत में राहुल ने स्वीकारा कि भाजपा सरकार को सत्ता इसलिए मिली, क्योंकि लोग यूपीए शासन में बेरोजगारी से नाराज थे. यह सही है कि देश की बड़ी आबादी के पास कोई नौकरी नहीं है. यही वजह है कि मोदी जैसे नेताओं को समर्थन दिया. फिर भी मोदी रोजगार सृजन के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं. राहुल ने कहा हर दिन रोजगार बाजार में 30,000 नये युवा शामिल हो रहे हैं. इसके बावजूद सरकार प्रतिदिन केवल 500 नौकरियां दे पा रही है. यूपीए शासन में एक दिन में 30,000 नौकरियां पैदा नहीं कर पाने से जो लोग नाराज थे, वे अब मोदी से भी नाराज हैं. मुख्य सवाल इसको सुलझाना है.

