नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि लोकतंत्र के अंदर शासन की सफलता का सबसे बड़ा सर्टिफिकेट जन स्वीकृति और जनता का आशीर्वाद होता है तथा जनता ने बार-बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकत्रांत्रिक जनादेश देकर इस जन स्वीकृति को स्पष्ट किया है.
अमित शाह ने यहां कर्मयोगी ग्रंथ के अनावरण के अवसर पर कहा, अब तक घोषणा पत्र केवल एक कागज का टुकड़ा बनकर रह जाते थे. लेकिन, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप हमारा 2014 का घोषणा पत्र उठाकर देख लीजिये, भाजपा 90 प्रतिशत कार्य पूरे कर चुकी है. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर परोक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वर्षों से लंबित मुद्दों को छूते हुए सब लोग डरते थे, चाहे वो अनुच्छेद 370, 35ए हो, शरणार्थियों को नागरिकता और राम जन्मभूमि पर स्पष्ट रुख लेने का मामला हो या तीन तलाक का मुद्दा हो. शाह ने कहा, मोदी जी ने आज देश में 70-70 साल से लंबित समस्याओं को समाप्त करने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि साल 1967 से लेकर 2014 तक हमारे देश की राजनीति को तीन नासूरों तुष्टिकरण, जातिवाद और परिवारवाद ने काफी क्षति पहुंचायी. मोदी जी ने 2014 के बाद इन तीनों नासूरों को समाप्त करने का काम किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की विदेश नीति को एक लंबे समय के बाद गढ़ने का काम भी मोदी जी ने किया है. समानता के आधार पर विदेश नीति को लाने का काम किया. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी भूटान जाते हैं तो बड़े भाई का व्यवहार नहीं करते और जब अमेरिका जाते हैं तो आंख में आंख डालकर बात करने का साहस नरेंद्र मोदी ने ही किया है. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने विदेश नीति और सुरक्षा नीति के घालमेल को समाप्त करने का काम किया है.
शाह ने कहा कि 2014 से पहले इस देश की कोई सुरक्षा नीति ही नहीं थी, विदेश नीति ही सुरक्षा नीति पर हावी हो गयी थी. नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि हम पर कोई हमला करेगा तो उसे सीधा जवाब दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद सबसे पहला काम 40% बजट का हिस्सा राज्यों को देने का काम किया गया जो पहले 30% था. इस प्रकार से संघवाद को मजबूत बनाने का काम किया गया. शाह ने इस संबंध में उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय एवं स्वच्छता योजना सहित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया. भाजपा अध्यक्ष ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के कामकाज का जिक्र किया और कहा कि बहुत ही कठिन समय में दायित्व संभालने के बाद उन्होंने गुजरात सर्वस्पर्शी एवं सर्व समावेशी शासन के मॉडल के रूप में स्थापित करने का काम किया.