Black Nose Disease : चेन्नई में एक महीने की बच्ची को नाक पर काले धब्बे दिखने लगे, अचानक इस तरह के धब्बे दिखने के कारण के बारे में पता लगाया गया तो यह बात सामने आई की बच्ची की मां चिकनगुनिया से पीड़ित थी. वैसे तो बच्ची स्वस्थ पैदा हुई थी, लेकिन जन्म के 15 दिन बाद उसे बुखार और चिडचिडाहट के साथ नाक पर काले धब्बे जैसे लक्षण दिखने लगे.
डॉक्टर ने यह पता लगाया कि यह चिकनगुनिया होने के बाद के लक्षण है (post chikungunya hyperpigmentation) और इसे ब्लैक नोज डिजीज कहते हैं. हालांकि डॉक्टरों के अनुसार यह कोई चिंताजनक बात नहीं है और इसे क्रीम या मॉइश्चराइजर से ठीक किया जा सकता है.
Black Nose Disease : क्यों पड़ते हैं नाक पर काले धब्बे?
दरअसल नाक पर काले धब्बे तेज बुखार के होने के कुछ हफ्ते बाद विकसित होते हैं जब पीड़ित व्यक्ति का बुखार और शरीर पर दाने कम होने लगते हैं तो यह काले धब्बे जैसे दिखने लगते हैं कुछ स्थितियों में तो यह काले धब्बे संक्रमण के 6 महीने तक बने रहते हैं और समय के साथ ठीक हो जाते हैं.
इसके लिए कुछ जरूरी उपाय हैं सूर्य की रोशनी से त्वचा को बचाना और मॉइश्चराइजर का प्रयोग करना. नाक पर कालापन दिखने का कारण होता है, नाक के सिर पर मेलेनिन प्रोटीन(melanin) का जमा हो जाना. दरअसल, मेलेनिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो हमारी त्वचा को धूप की यूवी किरणों से बचाता है.
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हालांकि अब बच्ची स्वस्थ है और चिकनगुनिया के दूसरे लक्षण उसमें नहीं दिखे हैं और नाक काली पड़ने की वजह से बच्ची के स्वास्थ्य पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह लक्षण पूरी तरह से अहानिकर हैं.